वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट पर तंज कसते हुए कहा कि एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवान श्री राम सिंहासन छोड़ कर 14 वर्ष तक वनवास गए। भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई, लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की। बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रख कर ही शासन चलाया, लेकिन खुद सिंहासन से दूर रहे। एक उस समय का दोनों भाइयों का त्याग देखिए और आज राजस्थान में दो लोगों में सिंहासन के लिए जो संघर्ष हो रहा है, वह देखिए।
वसुंधरा राजे राम मंदिर को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इतने सालों बाद आखिर में हमारे प्रधानमंत्री के प्रयासों से अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का मंदिर बनने जा रहा है। मुझे नहीं पता कि यहां पर बैठे कितने लोगों ने भगवान राम के मंदिर में जाकर उनके दर्शन किए हैं, लेकिन जब अगले साल मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा । तब सभी जाकर दर्शन करें।