बिक रहा है भारतीय शराब का यह बड़ा ब्रांड, खरीदने की होड़ में दो कंपनियां, कौन है दौड़ में सबसे आगे?
Updated on
28-10-2024 12:46 PM
नई दिल्ली: भारत का प्रमुख व्हिस्की ब्रांड इंपीरियल ब्लू (आईबी) बिकने वाला है। इसे खरीदने की दौड़ में दो प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। इनमें लंदन स्थित भारतीय कारोबारी रवि एस देओल की कंपनी इनब्रू बेवरेजेज (Inbrew Beverages) और दूसरी अमेरिका की कंपनी टीपीजी कैपिटल है। रवि एस देओल ने ही 1990 के दशक में भारत में कॉफी चेन बरिस्ता (Barista) की शुरुआत की थी। वहीं टीपीजी कैपिटल अमेरिका की निजी इक्विटी फर्म है।
इंपीरियल ब्लू भारत का तीसरा सबसे बड़ा ब्रांड है। हालांकि अब इसका मालिकाना हक फ्रांस की कंपनी पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) और ब्रिटेन की कंपनी डियाजियो (Diageo) के पास है। इस ब्रांड को पेरनोड रिकार्ड से खरीदने के लिए इनब्रू बेवरेजेज प्रमुख दावेदार है।
इनब्रू बेवरेजेज खरीद चुकी है कई कंपनी
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार इनब्रू बेवरेजेज पिछले चार साल से शराब कंपनियों को खरीदने की होड़ में है। यह डियाजियो से शराब के 30 बड़े ब्रांड और मोल्सन कूर्स के बीयर पोर्टफोलियो का अधिग्रहण किया है।
वहीं दूसरी ओर इनब्रू बेवरेजेज की तरह व्हिस्की ब्रांड को खरीदने में टीपीजी भी पीछे नहीं है। इसने पिछले कुछ वर्षों में म्यांमार, तुर्की और चीन में कई शराब कंपनियों को खरीदा और बेचा है।
अब ये दोनों कंपनियां भारतीय ब्रांड आईबी को खरीदने की होड़ में है। इनब्रू बेवरेजेज ने पिछले हफ्ते बोली पेश की है। वहीं टीपीजी कैपिटल ने भी आईबी को खरीदने का प्रस्ताव दिया है। जरूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आईबी के लिए अंतिम बोलियां लगाई जाएंगी।
क्या है कंपनी का मूल्यांकन?
इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक आईबी कंपनी 600-700 मिलियन डॉलर (8300 करोड़ रुपये तक) का मूल्यांकन लगा रही है। काफी जानकार इस रकम को ज्यादा बता रहे हैं। इस कारण भी इस कंपनी पर बोली लगाने से दुनिया की कई बड़ी कंपनियां पीछे हट गईं।
जानकारों का कहना है कि कंपनी का मार्जिन बढ़ती इनपुट कीमतों के बीच कम हो गया है। इस वजह से भी कई कंपनियों ने इससे दूरी बनाई। अधिकांश ने ब्रांड का मूल्य 5500-6500 करोड़ रुपये (500-550 मिलियन डॉलर) आंका है।
कौन हैं रवि एस देओल?
आईबी को खरीदने की दौड़ में आगे रवि एस देओल पहले पहले कोका-कोला और विप्रो कंज्यूमर के साथ काम कर चुके हैं। इन्होंने बरिस्ता को बाद में टाटा कंज्यूमर को बेच दिया था। कुछ समय बाद टाटा कंज्यूमर ने भी इस ब्रांड को बेच दिया था। अभी यह एडेली फूड्स लंदन के को-ऑनर हैं।
परनोड का बड़ा हिस्सा
भारत के व्हिस्की बाजार के लगभग एक चौथाई हिस्से पर परनोड का कब्जा है। इसके बाद डियाजियो का करीब 20% हिस्सा है। परनोड अपनी ज्यादातर बिक्री ब्लेंडर्स प्राइड, रॉयल स्टैग और इंपीरियल ब्लू जैसे ब्रांड से कमाता है। कंपनी का भारत के प्रीमियम व्हिस्की बाजार में आधा और आयातित स्पिरिट बाजार का 42% हिस्सा है।
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