नई दिल्ली । कोरोना महामारी के बाद किए गए लॉकडाउन के कारण पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत का पसंदीदा गंतव्य थाईलैंड भी इसके प्रभाव से नहीं बच सका है। इसके बाद थाईलैंड ने महामारी के मद्देनजर विदेशी पर्यटकों को अपनी सीमा में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। थाईलैंड ने अब इन प्रतिबंधों में ढील देनी शुरू की है। थाईलैंड एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। थाईलैंड में यात्रियों का सबसे पसंदीदा शहर बैंकॉक है। 2019 में यहां 38 मिलियन पर्यटक आए थे। पर्यटन उद्योग ने देश की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा योगदान किया था। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए थाईलैंड ने एक विशेष पर्यटक वीजा (एसटीवी) की शुरुआत की है।
विशेष पर्यटक वीजा के नियम के तहत यदि यात्री चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया सहित कम जोखिम वाले देशों से आ रहे हैं, तो 90 दिनों तक थाईलैंड में रह सकते हैं। इस वीजा को दो बार बढ़ाया जा सकता है। इस तरह पर्यटक 9 महीने तक थाईलैंड में रह सकते हैं। बाकी सभी देशों के यात्री यात्रा कर सकते हैं और 60 दिनों तक रुक सकते हैं। आगमन पर होटल में यात्रियों को 14 दिनों के लिए खुद को क्वारटाइन करना होगा। देश में प्रवेश करने के लिए पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा और पर्यटक वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
थाईलैंड जाने वाले लोगों को आने के 72 घंटे के भीतर से एक नकारात्मक कोरोना-19 परीक्षा परिणाम प्रस्तुत करना होगा और यात्रियों को दूसरे परीक्षण से गुजरना होगा। यदि कोई यात्री सकारात्मक परीक्षण करता है, तो उन्हें राज्य के अस्पताल में 14 दिनों के लिए क्वारटाइन किया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों को यात्रा और चिकित्सा बीमा के साक्ष्य भी प्रस्तुत करने होंगे।