मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में छात्रों और प्रबंधन के बीच रही खींचतान गुरुवार को भी जारी रही। सीनियर छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया और हॉस्टल में रहे। छात्रों ने कहा कि जब तक डायरेक्टर डॉ. करुणेश शुक्ला उनसे बात नहीं करते, उनका पक्ष नहीं सुन लेते तब तक वे कक्षाओं में नहीं जाएंगे।
छात्रों ने डायरेक्टर पर आरोप लगाया कि वे उनके अभिभावकों को फोन लगाकर छात्र को संस्थान से निकालने की धमकी देते हैं और बेवजह का दबाव बनाते हैं। वे उनकी समस्याएं नहीं सुनते। अभिभावकों को यह कहा जाता है कि उनके बेटे का प्लेसमेंट नहीं होने दिया जाएगा। छात्रों ने कहा कि डायरेक्टर के इशारे पर ही पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था। जो छात्र किसी घटना में शामिल भी नहीं थे पुलिस ने उन पर भी लाठियां चलाईं।
प्रबंधन ने कहा- कुछ छात्र सभी को धमकाकर कक्षा में जाने से रोक रहे
मैनिट प्रबंधन ने गुरुवार को यूजी और पीजी मिडिल सेमेस्टर एग्जाम (ऑड एंड इवन) फरवरी-2025 की परीक्षाएं आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दीं। यह निर्णय डायरेक्टर प्रो. शुक्ला की अध्यक्षता में हुई सभी डीन, एचओडी, सेंटर हेड्स, रजिस्ट्रार की बैठक में लिया गया। यह परीक्षाएं 24 फरवरी शुरू होनी थी। सभी विभागों की फैकल्टीज ने प्रबंधन द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन किया है।
प्रबंधन का कहना है कि कुछ छात्र मिलकर अन्य छात्रों पर कक्षाओं सहित अन्य एक्टिविटी में शामिल नहीं होने के लिए दवाब बना रहे हैं। उन्हें धमकाया जा रहा है। इस संबंध में उनके परिजनों को भी सूचना दी जा रही है। सीसीटीवी की मदद से छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है।
यह रैगिंग का मामला निकलता है तो दोषी छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। प्रबंधन का कहना है कि जो छात्र पढ़ना नहीं चाहते वे यहां का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि मैनिट में रविवार देर बाइक निकालने को लेकर हुई बहस के बाद सीनियर्स और जूनियर्स छात्रों में विवाद हो गया था। जिसके बाद उनके बीच मारपीट भी हुई थी। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने छात्रों पर सख्ती बरती थी।