नई दिल्ली । हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने संघ पर हमला करते हुए कहा कि हिंदुत्व इस झूठ पर बना है कि केवल एक समुदाय के पास सभी राजनीतिक शक्ति होनी चाहिए और मुसलमानों को राजनीति में भाग लेने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में अच्छी-खासी मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र सीमांचल में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने पांच सीटें जीत कर राजनीतिक विशेषज्ञों को चौंका दिया। ओवैसी ने ट्वीट में आगे कहा है कि संसद और विधानसभाओं में हमारी अधिक उपस्थिति हिंदुत्व संघ के खिलाफ चुनौती का काम करेगी, अगर अपनी मौजूदगी कायम कर पाए तो जश्न मनाएंगे। गौरतलब है कि ओवैसी की अगुवाई में एआईएमआईएम ने 2014 में जब हैदराबाद के दारुस्लाम पार्टी मुख्यालय से निकलकर महाराष्ट्र की सियासत में दस्तक दी तो वह पहली बार राष्ट्रीय राजनीतिक विर्मश का हिस्सा बनी और उसे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के लिए खतरे के तौर पर देखा जाने लगा। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र औरंगाबाद की सीट और फिर विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतकर ओवैसी की पार्टी ने प्रदेश में एक बार फिर अपनी मौजूदगी का अहसास कराया। अब बिहार में उसके प्रदर्शन ने एआईएमआईएम और ओवैसी को मौजूदा राजनीतिक बहस के केंद्रबिंदु में ला दिया है। ओवैसी ने राजनीति के केंद्र में मुसलमानों के साथ दलितों को लाने का भी पूरा प्रयास किया और इसी कोशिश में वह अक्सर 'जय भीम, जय मीम का नारा लगाते हैं। महाराष्ट्र में मुस्लिम-दलित एकता वाले राजनीतिक प्रयोग के तहत उन्होंने 'वंचित बहुजन अगाढ़ी के साथ गठबंधन किया, लेकिन उनके इस प्रयोग को अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिली।