पटना । आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने आरोप लगाकर कहा कि, कांग्रेस पार्टी की वजह से बिहार में महागठबंधन की सरकार नहीं बन सकी है। लेकिन शिवानंद तिवारी के बयान से आरजेडी ने पल्ला झाड़ लिया है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि शिवानंद तिवारी ने जो कुछ भी कहा है, वह उनकी निजी राय हो सकती है। यह पार्टी का रुख नहीं है। हम जानने की कोशिश करें कि हमारे पास सहयोग और तालमेल में कमी कहां है। शिवानंद के बयान पर कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा है कि इस तरह की टिप्पणी करने से पहले वरिष्ठ नेता को सोचना चाहिए। कांग्रेस राजद नहीं है। राजद एक क्षेत्रीय पार्टी है, उसके नेता बिहार तक ही सीमित हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि जब भी जरूरत होगी वह बिहार आएंगे और उन्होंने ऐसा किया। वह राजद के नेताओं की तरह काम नहीं कर सकते। बता दें कि इससे पहले बिहार चुनाव में हार पर खुद तारिक अनवर भी कांग्रेस के राज्य नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं।
दरअसल शिवानंद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी केवल 3 दिन के लिए बिहार में आए। प्रियंका गांधी आई ही नहीं। जिन लोगों को बिहार से सरोकार नहीं था, वहां लोग यहां आए। यह सही नहीं है। जब चुनाव पूरे जोर-शोर से चल रहा था, तब राहुल शिमला में प्रियंका के घर पिकनिक मना रहे थे। तिवारी ने कहा, कांग्रेस ने विधानसभा सीटों को जीतने से ज्यादा केवल ज्यादा से ज्यादा सीटें लड़ने पर जोर दिया। ठीक इसी तरह यूपी में कांग्रेस ने अखिलेश के साथ व्यवहार किया, महाराष्ट्र में राकांपा से ज्यादा सीटों पर कैसे लड़ी और उनसे कम सीटें जीती। उनका जोर ज्यादा सीटों पर लड़ने पर रहता है, पर वहां ज्यादा संभावित सीटों पर जीतने में कामयाब नहीं हो पाते। कांग्रेस को इसके बारे में सोचना चाहिए।'
ये कोई पहला मामला नहीं है जब महागठबंधन के किसी नेता ने इस तरह के सवाल खड़े किए हैं। इससे पहले गठबंधन में शामिल सीपीआई-एमल की ओर से भी कांग्रेस को ज्यादा सीटें दिए जाने पर सवाल किए गए थे। सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी को ज्यादा सीटें मिली होतीं,तब फाइनल नतीजे कुछ और होते। चुनाव में सीपीआई-एमएल ने 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जिसमें से 12 सीटों पर पार्टी को जीत मिली है। उधर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिवानंद तिवारी के बयान का वीडियो ट्वीट किया है। साथ ही लिखा, 'राहुल गांधी के बारे में बिहार में महागठबंधन के सहयोगी पार्टी आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि राहुल गांधी नॉन सीरीयस पर्यटक राजनेता हैं। शिवानंद राहुल को ओबामा से ज़्यादा जानने लगे हैं। फिर भी कांग्रेस चुप क्यूं?'