नई दिल्ली । बीते एक साल से जारी कोरोना वैश्विक महामारी को हराने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन तैयार करने पर काम चल रहा है। इस बीच, दुनिया के देशों में 212 वैक्सीन के ट्रायल जारी है। अमेरिका और जर्मनी की कंपनी के ज्वाइंट वेंचर में तैयार हो रही वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे 95 फीसदी कारगर बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही कंपनी ने 5 करोड़ से अधिक डोज तैयार करने पर काम करना शुरू कर दिया है।
अमेरिका की फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक की वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में वॉलंटियर्स को वैक्सीन की पहली डोज दिए जाने के 28 दिन बाद 95 फीसदी असरदार साबित हुई है। वैक्सीन बुजुर्ग लोगों पर भी असरदार रही है। अब तक किसी तरह का साइडइफेक्ट भी सामने नहीं आया है। फाइजर का तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल 27 जुलाई को शुरू हुआ था। इसमें 43,661 लोग शामिल थे। शुरुआती 170 मामलों पर स्टडी करने के बाद कंपनी इन नतीजों पर पहुंची है। इस दवा को दुनिया में सर्वाधिक सुरक्षित माना जा रहा है।
कंपनी का कहना है कि इस कामयाबी के साथ ही वह यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) की तरफ से इमरजेंसी अप्रूवल हासिल कर सकती है। इसकी प्रक्रिया नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू की जाएगी। इसके बाद एजेंसी विशेषज्ञों की एक्सटर्नल एडवायजरी कमेटी से सलाह लेगी। उल्लेखनीय है कि इस समय दुनियाभर 212 वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें भी 48 वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल्स में हैं। इसमें से 11 वैक्सीन अंतिम स्टेज में ट्रायल्स से गुजर रही हैं। ये आंकड़े डब्ल्यूएचओ ने जारी किए हैं।