नई दिल्ली । हमारा देश धनवान है, लेकिन यहां के लोग गरीब हैं, इसका कारण हमारी आर्थिक नीतियां हैं। लेकिन अगर हम आर्थिक नीतियों को ठीक से लागू करें,तब देश का विकास हो सकता है, राज्यों का विकास कर सकते हैं। यह बात केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने एक कार्यक्रम में कहा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने इस देश में संघीय ढांचे को स्वीकार किया है। देश में राज्यों का विकास केंद्र की मदद के बिना नहीं हो सकता है, और भारत का विकास राज्यों के बिना नहीं हो सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों में सहयोग के लिए तीन चीजें आवश्यक है। को-ऑपरेशन, कॉर्डिनेशन और कम्यूनिकेशन है। गडकरी ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे,तब उन्होंने इस पर जोर दिया था। उन्होंने कहा कि किसी राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार हो इन मूल भावनाओं पर ही काम किया जा सकता है।देश के विकास में कृषि के विकास को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीडीपी के तीन मुख्य घटक है। कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खेती का जीडीपी में 14 से 16 फीसदी तक योगदान है, लेकिन जब तक योगदान को बढ़ाकर 30 फीसदी तक नहीं ले जाया जएगा, तब तक देश के शहरी क्षेत्र का भी विकास नहीं हो सकता है। जब निर्माण सेक्टर का योगदान 22-23 फीसदी है। जबकि सर्विस सेक्टर का योगदान 52 से 56 प्रतिशत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कभी गांवों में 80 फीसदी लोग रहते थे, लेकिन अब ये घटकर 60 फीसदी हो गई है। गांवों से शहरों की ओर लोग गए हैं, अगर गांवों में रोजगार मिल जाएगा तब पलायन नहीं होगा।उन्होंने कहा कि ये बेहद जरूरी है। उन्होंने सेक्टर के लिए चार चीजें जरूरी है। ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक कार, इथेनॉल जैसे नए प्रयोग किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी अर्थव्यवस्था बनानी है, जो रोजगार निर्माण करने वाली है। गडकरी ने कहा कि इनोवेशन आंत्रप्रेन्योरशिप, साइंस, तकनीक, रिसर्च और सक्सेसफुल प्रैक्टिस के जरिए हमें आगे बढ़ना है। केन्द्रीय मंत्री ने भारत की मेधा के लिए भारतीय डॉक्टरों और सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का उदाहरण दिया।