संत हिरदाराम नगर। पूज्य सिंधी पंचायत ने सामाजिक बुराइयां दूर करने के लिए फैसला बोर्ड के माध्यम से जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है। जल्द ही नए फैसला बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसमें उन्हीं सदस्यों को शामिल किया जाएगा जो सामाजिक काम के लिए समय देने का वचन देंगे।
पंचायत ने तय किया था किचुनाव के बाद पंचायत के
पदाधिकारियों की पहली ही बैठक में शक्तिशाली फैसला बोर्ड बनाने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। कार्यकारिणी के साथ ही फैसला बोर्ड का गठन किया करने पर सहमति बनी थी लेकिन अभी तक न तो फैसला बोर्ड बना है न कार्यसमिति का गठन हो सका है। पंचायत के अध्यक्ष साबू रीझवानी का कहना है किफैसला बोर्ड के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बोर्ड संयोजक के लिए दो नाम हैं। इनमें से किसी एक नाम पर सहमति बनाने का प्रयास होगा। बोर्ड का गठन होते ही जन जागरण अभियान प्रारंभ किया जाएगा।
फिजूलखर्ची रोकने के प्रयास होंगे
अभी तक पंचायत मृत्यु भोज समाप्त करने का प्रयास करती रही है। पंचायत के पदाधिकारियों ने भी तेरहवीं में जाना बंद कर दिया है। पंचायत के पदाधिकारी अब नए फैसला बोर्ड के माध्यम से मांगलिक अवसरों पर फिजूलखर्ची रोकने, विवाह से पहले काकटेल पार्टी नहीं करने एवं बारात सादगी से निकालने के लिए जन जागरण करेंगे। पंचायत के महासचिव माधु चांदवानी कहते हैं किफैसला बोर्ड में इस बार बोर्ड में युवाओं को भी शामिल किया जाएगा ताकिसामाजिक बुराइयों को दूर करने में सभी वर्गो की मदद मिल सके। यह निर्णय सभी से विचार विमर्श करने के बाद लिया जाएगा। जल्द ही बोर्ड की घोषणा कर दी जाएगी।
याद आए मामा गोबिंदराम
फैसला बोर्ड का नाम आते ही स्व. मामा गोबिंदराम केवलानी की नाम चर्चा में आ जाता है। स्व केवलानी लंबे समय तक बोर्ड के संयोजक रहे। पारिवारिक विवादों को सुलझाने में उनकी खास भूमिका रही। जीवन के अंतिम समय तक उन्होंने पंचायत को अपनी सेवाएं दीं।