तीन दिनों से करमई गांव के पास घूम रहा बूढ़ा घायल बाघ, दहशत में ग्रामीण
Updated on
21-06-2023 05:44 PM
भोपाल। औबेदुल्लागंज से देलावाड़ी के बीच करमई गांव के नजदीक पिछले तीन दिनों से घायल बाघ की दहशत फैली हुई है। बाघ गांव में घुसकर गाय का बछड़े को घसीटकर ले जा चुका है। बाघ बूढ़ा हो चुका है, साथ ही वह लंगड़ाकर भी चल रहा है इसलिए वन्य जीवों का शिकार नहीं कर सकता। ऐसे में उसके द्वारा मवेशियों और बुरे हालात में किसी और पर भी हमला करने का खतरा बना हुआ है। बाघ के गांव के पास होने की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने उसकी स्थिति तो पता लगा ली है, लेकिन इन तीन दिनों में बाघ करीब 20 किलोमीटर का सफर तय कर गांव के पास की सीधी पहाड़ी में चढ़ गया, जहां जाकर उसे ट्रेंक्युलाइज करना भी संभव नहीं है।
वन विभाग का दल ट्रैप कैमरे से उसकी स्थिति देखने के साथ उसके लिए मांस रख रहा है, लेकिन बाघ को रेस्क्यू नहीं किया जा सका है। रातापानी अभयारण्य में 50 से 60 लोगों की टीम जंगल में बाघ को ढूंढने में लगी है। इधर देलावाड़ी मार्ग के पास करमई ग्राम के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार बाघ की टेरेटरी इस गांव के पास है। वहीं उसकी उम्र भी 10 से 12 साल है। पैरों में चोट लगने के कारण वो लंगड़ा रहा है।
तीन दिनों से घूम रहे ट्रेंक्युलाइज शूटर
वन विभाग की टीम तीन दिनों से बाघ को ठीक से ट्रेस नहीं कर सकी है। अब बाघ को पकड़ने के लिए टीम खड़ी पहाड़ी में रास्ता बनाकर चढ़ने का प्रयास कर रही है। वहीं दो दिन पहले बाघ का पिंजरा पहुंचाया था, लेकिन पहाड़ी में चढ़ाकर पिंजरा ले जाना काफी मुश्किल है। जिसके कारण टीम किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर पा रही है। ट्रेंकुलाइज शूटर भी बाघ नहीं मिलने के कारण वह मजबूर हैं।
पहाड़ी की झाड़ियों में बना रहा है ठिकाना
बाघ उसी जगह पर ज्यादा मूवमेंट कर रहा है, जहां पर झाड़ियां हैं और आसानी से शिकार मिल सकता है। वहीं इसके बाद सीधे वह पहाड़ी वापस हो रहा है। ऐसे में उसे लोकेट करना काफी मुश्किल भरा होता है। बाघ अभी जंगल और गांव के बीच में मूवमेंट कर रहा है। जिसे देखते हुए वन कर्मियों को ग्रामीणों और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर चिंता है। ऐसे में गांव के लोगों को सुरक्षित करने के लिए गांव के बाहर भारी मानव बल की तैनाती की जा रही है।
इनका कहना है
देलावाड़ी रोड़ पर गांव करमई के पास जंगल के क्षेत्र में एक बुजुर्ग बाघ का मूवमेंट है। वह लंगड़ाकर चल रहा है। अभी वो बाघ शिकार करने में असमर्थ लग रहा है। इसलिए सर्चिंग के साथ पांच ट्रैप कैमरे उस क्षेत्र में लगाए गए हैं, जहां बाघ का मूवमेंट होने की संभावना है। बाघ खड़ी पहाड़ी में चढ़ गया है, इसलिए उसे ट्रेंक्युलाइज नहीं किया जा पा रहा है।
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