मोहन कैबिनेट आज छत्तीसगढ़ से आने वाले जंगली हाथियों के प्रबंधन को लेकर फैसला करेगी। इस बैठक में हाथियों के प्रबंधन को लेकर नीति के साथ बजट को भी मंजूरी दी जाएगी। इसके साथ ही कैबिनेट में इस साल हुई गेहूं खरीदी को लेकर भी चर्चा की जाएगी, जिसमें किसानों द्वारा बेचे गए गेहूं और उसके भुगतान पर मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ डिस्कशन करेंगे।
वन अफसरों के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और संजय डुबरी टाइगर रिजर्व में 150 से अधिक जंगली हाथी हैं। कई बार ये हाथी छत्तीसगढ़ से आकर यहां रहवासी क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं। हाथियों के आदिवासियों के गांवों में घुसने से इंसानों और हाथियों के बीच टकराव का खतरा बढ़ता है। छह माह पहले कोदो की फंगस लगी फसल खाने के कारण 11 हाथियों की मौत हो गई थी। इसके बाद गुस्साए एक हाथी ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला था। तब से प्रदेश में हाथियों के प्रबंधन पर विचार मंथन जारी है। रीवा और शहडोल संभाग के वन क्षेत्रों में ऐसे हाथी अधिक हैं। आज होने वाली कैबिनेट मीटिंग में हाथी प्रबंधन के साथ इसके लिए बजट को भी मंजूरी दी जाने वाली है।
पाक पर हमले के फैसले पर मोदी सरकार का आभार मानेगी सरकार
पाकिस्तान पर आपरेशन सिंदूर के जरिये टेरर खात्मे के लिए किए गए अटैक और उसके बाद बने हालातों पर नियंत्रण व भारतीय सेना द्वारा ड्रोन हमलों को नाकाम करने पर भी कैबिनेट में चर्चा होगी। पाक को सबक सिखाने और पाक हमलों को नाकाम करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के फैसलों पर मोहन कैबिनेट आभार मानेगी।