दुनियाभर में शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट में क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण कंप्यूटर सिस्टम प्रभावित होने के बाद अब बिजनेस और सर्विसेज धीरे-धीरे ठीक हो रही हैं। भारत के सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने कहा कि सुबह 3 बजे से सभी एयरपोर्ट पर एयरलाइन सिस्टम नार्मल रूप से काम करने लगे हैं। अब फ्लाइट ऑपरेशन सही हो गया है।
कल की रुकावटों के कारण कुछ बैकलॉग है, जो धीरे-धीरे दूर हो रहे हैं। हमें उम्मीद है कि दोपहर तक सभी इश्यू रिजॉल्व हो जाएंगे। हम अपने एयरपोर्ट ऑपरेशन की लगातार निगरानी कर रहे हैं और एयरलाइन्स के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ट्रेवल रिक्वायरमेंट और रिफंड का ध्यान रखा जाए।
आपके धैर्य के लिए हम आपका धन्यवाद करते हैं। हालांकि, अभी भी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित अन्य एयरपोर्ट से फ्लाइट प्रभावित होने की खबर आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एयरपोर्ट्स पर फेशियल रिकग्निशन सिस्टम डिजीयात्रा काम नहीं कर रहा है।
क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने माफी मांगी
अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने परेशानी के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने प्रॉब्लम सॉल्व कर दी है, लेकिन सभी सिस्टम सामान्य रूप से चलने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- क्राउडस्ट्राइक सभी प्रभावित कस्टमर्स और पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सिस्टम बहाल हो जाएं।
माइक्रोसॉफ्ट OS पर चलने वाले ज्यादातर कंप्यूटर्स की स्क्रीन नीली हुई थी
दरअसल, क्राउडस्ट्राइक की ओर से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को दिए गए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण हुई यह दिक्कत आई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले दुनियाभर के करोड़ों सिस्टम की स्क्रीन नीली हो गई और कंप्यूटर ऑटोमेटिक स्टॉर्ट होने लगा। दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं।
क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। इस आउटेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने तुरंत कहा कि यह एक "थर्ड पार्टी इश्यू" है। दूसरे शब्दों में- ये उसकी गलती नहीं थी। माइक्रोसॉफ्ट के पास समस्या से निजात पाने का कोई ‘प्लान बी’ नहीं था। वह इंतजार करती रही कि खुद साइबर सिक्योरिटी फर्म इसे दूर करेगी।
दुनियाभर में 4295 फ्लाइट कैंसिल हुईं
माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर आई खराबी का सबसे ज्यादा असर एयरपोर्ट पर देखा गया। दुनियाभर में कल करीब 4,295 फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं। केवल अमेरिका में ही 1100 फ्लाइट रद्द और 1700 डिले हुईं। भारतीय समयानुसार इसका असर शुक्रवार सुबह 10:40 बजे दिखना शुरू हुआ था। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु समेत देश के बड़े एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखी गई। ऑनलाइन सर्विसेज ठप होने से कई एयरपोर्ट पर फ्लाइट बोर्डिंग पास हाथ से लिखकर दिए गए।
इतने व्यापक असर के चलते यह इतिहास का सबसे बड़ा आईटी संकट बन गया है। इसे ‘डिजिटल पैंडेमिक’ भी बताया जा रहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे इसकी जानकारी दी थी। हालांकि, एपल और लाइनक्स के यूजर्स इससे प्रभावित नहीं हुए।