रोने लगे वैज्ञानिक
इस कैप्सूल का आकार एक कार के टायर के आकार का है। 12 किमी प्रति सेकंड की स्पीड से यह वायुमंडल में आया। एक हीटशील्ड और पैराशूट के जरिए इसके उतरने की स्पीड धीमी हो गई। एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन के चीफ इंजीनियर टिम प्रिजर ने कहा कि इस छोटे कैप्सूल ने काम को पूरा किया। यह किसी पंख की तरह धरती पर गिरा। इस मिशन से जुड़े दांते लॉरेट ने कहा, 'मैं हेलीकॉप्टर में था, जब मैंने सुरा की पैराशूट खुल गया है और हम सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले हैं, तो मैं उस समय किसी बच्चे की तरह रो रहा था।'