क्या बाइडन को भ्रष्टाचार वाले मामले में ब्लैकमेल कर रहा यूक्रेन अमेरिकी मदद की मजबूरी तो समझिए
Updated on
23-09-2023 04:21 PM
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की मेजबानी करते हुए नई सैन्य सहायता का ऐलान किया है। बाइडन ने कहा है कि वह यूक्रेन को मदद के रूप में 32.5 करोड़ डॉलर देगा और रूसी आक्रमण से उसकी रक्षा के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। व्हाइट हाउस में गुरुवार को हुई बैठक दोनों नेताओं के बीच छठी व्यक्तिगत मुलाकात है। अमेरिका लगातार यूक्रेन की सैन्य और असैन्य मदद भी कर रहा है। इसमें हथियारों के साथ-साथ दूसरी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी पैसे हैं। लेकिन, यूक्रेन में ये पैसे कहां खर्च हो रहे हैं, यह कोई नहीं जानता। अमेरिका में भी कई लोगों का मानना है कि रूस के सामने यूक्रेन की कोई हैसियत नहीं है। ऐसे में बाइडन प्रशासन की भला क्या मजबूरी है कि वह यूक्रेन को हारते हुए देखने के बावजूद लगातार मदद का ऐलान करता जा रहा है।
अमेरिका ने यूक्रेन को कितनी मदद दी है
अमेरिकी विदेश विभाग के महानिरीक्षक कार्यालय और एक जिम्मेदार केंद्रीय बजट समिति की गणना के अनुसार, अब तक कांग्रेस ने यूक्रेन को लगभग 113 अरब डॉलर की सहायता को मंजूरी दे दी है। इसमें पेंटागन के माध्यम से जाने के लिए 62 बिलियन डॉलर से अधिक और राज्य विभाग और अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी के माध्यम से जाने के लिए 46 बिलियन डॉलर से अधिक शामिल हैं। इसके बावजूद यूक्रेन की स्थिति में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बाइडन प्रशासन की क्या मजबूरी है कि वह यूक्रेन को लगातार मदद कर रहा है।
बाइडन की कौन सी मजबूरी का फायदा उठा रहा यूक्रेन
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए पर नजर रखने वाले एक विशेषज्ञ ने दावा किया है कि यूक्रेन बाइडन परिवार के लेन-देन के बारे में अपने ज्ञान का उपयोग करके अमेरिकी राष्ट्रपति को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर सकता है। दरअसल, जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन पर यूक्रेन में लॉबिंग के लिए कथित तौर पर पैसे लेने का आरोप है। इसी आरोप को हथियार बनाते हुए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर के माध्यम से कथित प्रभाव के मामले में महाभियोग की सुनवाई अगले सप्ताह शुरू करने के लिए निर्धारित की है। इस लेनदेन का खुलासा हंटर बाइडन के लैपटॉप से हुआ है। यही कारण है कि इस बार मैक्कार्थी ने जेलेंस्की के अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने के सरकारी अनुरोध को ठुकरा दिया।
यूक्रेन से बाइडन के बेटे ने खाई थी दलाली
इसके बावजूद संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कम लोगों की उपस्थिति के बावजूद बाइडन को यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को फिर से वाशिंगटन आने के लिए आमंत्रित करने का समय मिल गया। पूर्व सीआईए विश्लेषक रे मैकगवर्न ने रूसी मीडिया स्पुतनिक को बताया कि यूक्रेन में अमेरिका की बढ़ती भागीदारी खतरनाक है, क्योंकि कोई नहीं जानता है कि न केवल उनके बेटे हंटर और उनके भाई जेम्स के बल्कि बाइडन ने यूक्रेन से कितना पैसा लिया है। उन्होंने कहा कि सबूत जमा हो रहे हैं और यूक्रेनी लोग भी इस रिश्वतखोरी के बारे में जानते हैं। उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन दुनिया का सबसे प्राचीन और सत्यवादी राष्ट्र होता, जहां कोई छुपी हुई चीज नहीं होती, कोई भ्रष्टाचार नहीं होता, तो यह एक बात होती, लेकिन वे भ्रष्टाचार के लिए पोस्टर बॉय हैं।
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