Select Date:

मल्टी-कैप म्यूचुअल फंड का लेना है फायदा तो इस फंड हाउस का आ गया है एनएफओ, जानें पूरी बात

Updated on 13-10-2024 12:28 PM
मुंबई: इन दिनों शेयर बाजार में खूब उठा-पटक देखेने को मिल रहा है। जब बाजार में ऐसी स्थिति होती है तो निवशकों को मल्टी-कैप फंड की याद आती है। तभी तो सैमको एसेट मैनेजमेंट ने मल्टी कैप फंड के लॉन्च की घोषणा की है। इस फंड के न्यू फंड ऑफर में इस महीने की 24 तारीख तक निवेश किया जा सकता है।

क्या है मल्टी-कैप फंड


मल्टी-कैप फंड बहुमुखी और रणनीतिक निवेश विकल्प के रूप में उभरे हैं। ये फंड निवेशकों को विभिन्न बाजार पूंजीकरणों में नेविगेट करने की सुविधा प्रदान करते हैं, जो विभिन्न प्रकार के स्टॉक में निवेश करने की सुविधा प्रदान करते हैं। इसमें लार्ज कैप शेयर तो होते ही हैं, मिड मैप और स्मॉल कैप के शेयर भी होते हैं। यही नहीं, इसमें फंड मैनेजर के डिसक्रिशन पर भी कुछ पैसे का निवेश होता है। इसलिए इसमें निवेशकों को सिंगल कैप के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है।

कैसे होता है आवंटन


मल्टी कैप फंड आमतौर पर निफ्टी 500 मल्टी-कैप 50:25:25 बेंचमार्क द्वारा निर्देशित लार्ज-कैप स्टॉक में 50%, मिड-कैप में 25% और स्मॉल-कैप में 25% आवंटन का पालन करते हैं। हालांकि, सैमको का मल्टी कैप फंड अधिक लचीला और गतिशील है। उभरते अवसरों के दौरान निफ्टी 500 के बाहर स्मॉल-कैप स्टॉक में 25% एक्सपोज़र निवेश कर यह पारंपरिक स्टॉक बास्केट से परे जाता है। इसके अतिरिक्त, बाज़ार में अनिश्चितता के दौरान, फंड में डेट या आर्बिट्रेज रणनीतियों में आवंटन, जोखिम प्रबंधन बढ़ाने और रिटर्न को अनुकूलित करने की क्षमता है।

रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान


सैमको एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ विराज गांधी ने कहा, "हमारे मल्टी कैप फंड का लॉन्च नए निवेश समाधान प्रदान करने के हमारे सफर की उल्लेखनीय उपलब्धि है। हमारा मानना है कि यह फंड बाज़ार में एक ऐसी रणनीति की ज़रूरत को पूरा करता है, जो जोखिम प्रबंधन पर मज़बूत ध्यान बनाए रखते हुए बाजार पूंजीकरण में गतिशील रूप से नेविगेट कर सके। हमारा उद्देश्य है, निवेशकों को डाउनसाइड प्रोटेक्शन के प्रति सचेत रहते हुए दीर्घकालिक धन सृजन की क्षमता प्रदान करना।" न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) 24 अक्टूबर, 2024 को बंद होगा।

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में तेज बढ़ोतरी वाला क्षेत्र


शेयर बाजार के जानकार बताते हैं कि मल्टी कैप फंड श्रेणी, म्यूचुअल फंड उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। पिछले तीन साल में इस श्रेणी में 84.54% की वृद्धि दर्ज हुई है। यह श्रेणी बाज़ार पूंजीकरण में विविधता प्रदान करती है, जो इसे लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती है। लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक में अपने व्यापक एक्सपोज़र के साथ, मल्टी कैप डायवर्सिफाइड विस्तारित अवधि के निवेश पर लगातार रिटर्न प्रदान करने की क्षमता प्रदान करता है। मतलब कि निवेशकों के दोनों हाथ में लड्डू।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 23 November 2024
नई दिल्लीः सरकार ने साइबर सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी नियमों को अधिसूचित किया है। इनके तहत केंद्र सरकार अपनी किसी…
 23 November 2024
नई दिल्ली: प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए पहली बार नासिक से दिल्ली, लखनऊ, गुवाहाटी सहित देश के प्रमुख शहरों में ट्रेन से प्याज भेजने के साथ केंद्र सरकार…
 23 November 2024
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने नोटिस (समन) जारी किया है। इसमें दोनों को 21 दिनों के…
 23 November 2024
नई दिल्ली: कोहरे का मौसम आने ही वाला है। ऐसे में ट्रेन तो घंटों लेट चलती ही है, फ्लाइट भी डिले (Delayed Flight) हो जाती है। अक्सर देखा जाता है…
 22 November 2024
नई दिल्‍ली: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ गया है। इसने सोने की मांग को हवा दी है। दिल्ली सराफा बाजार में गुरुवार को सोने की कीमतों में बंपर तेजी…
 22 November 2024
नई दिल्‍ली: हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले के बंगाणा गांव के 23 वर्षीय अंकुश बरजाता ने कम उम्र में ही बिजनेस में बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। उन्होंने लाखों की…
 22 November 2024
नई दिल्‍ली: स्थानीय शेयर बाजार में गुरुवार को गिरावट आई थी। उद्योगपति गौतम अडानी पर रिश्वत देने और धोखाधड़ी के अमेरिका में आरोपों के बीच समूह की कंपनियों के शेयरों में…
 22 November 2024
नई दिल्‍ली: अमेरिका और चीन के बीच होने वाले ट्रेड वॉर से भारत पर ज्‍यादा असर नहीं पड़ेगा। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में यह भविष्‍यवाणी की गई है। रिपोर्ट में बताया…
 22 November 2024
नई दिल्ली: धोखाधड़ी और रिश्वत देने के आरोपों में घिरे गौतम अडानी की नेटवर्थ को भी काफी नुकसान हुआ है। वह फोर्ब्स की रियल टाइम नेटवर्थ लिस्ट में नीचे आ गए…
Advertisement