राम जन्मभूमि मंदिर के इतिहास, आंदोलन से लेकर मंदिर निर्माण तक... अब डाक्यूमेंट्री में दिखेगा सब कुछ
Updated on
17-06-2023 06:48 PM
अयोध्या: अयोध्या में बन रामलला के भव्य मंदिर के साथ-साथ इसके निर्माण को लेकर हुए संघर्ष की गाथा को भी अब लोगों के समक्ष प्रदर्शित करने की तैयारी की गई है। राम मंदिर का निर्माण लंबे संघर्ष के बाद हो रहा है। इस संघर्ष से लेकर मंदिर निर्माण तक की गाथा की डाक्यूमेंट्री बनाने और इसके डाक्यूमेंटेशन की तैयारी की गई है। इसको लेकर मंदिर ट्रस्ट ने महाराष्ट्र के एकनाथ सतपुरकर की कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी है। यह कंपनी 40 सालों से फिल्म और डाक्यूमेंट्री के निर्माण के क्षेत्र में काम कर रही है। अयोध्या के रामनिवास भवन में कंपनी का कार्यालय और स्टूडियो स्थापित है। यहां 4 महीने से राम मंदिर पर डाक्यूमेंट्री और ऐतिहासिक तथ्य के संग्रह का काम चल रहा है।
डॉक्यूमेंट्री में दिखेगी संघर्ष की झलक
कंपनी के संचालक एकनाथ सतपुरकर ने बताया कि राम मंदिर के इतिहास, इसको लेकर चले आंदोलन, आर्कियोलॉजिकल जांच, कानूनी लड़ाई और आंदोलन के विभिन्न खास घटनाक्रमों को डॉक्यूमेंट्री में दर्शाया जाएगा। इसके साथ-साथ अयोध्या के मठ-मंदिर की परंपरा, साधु-संतों की जीवन शैली आदि को भी इस डाक्यूमेंट्री में गंभीरता से प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 4 माह के बीच 25-30 मठ-मंदिरों के महंतों और संत समाज के प्रमुखों के इंटरव्यू लिए जा चुके हैं। काम लंबा है। इसमें उन महत्वपूर्ण लोगों से भी संपर्क कर जानकारी ली जाएगी, जिन्हें राम जन्मभूमि मंदिर से कहीं न कहीं जुड़ाव रहा है।
एकनाथ ने बताया कि मंदिर आंदोलन के दौरान रिपोर्टिंग करने वाले मीडियाकर्मियों के भी इंटरव्यू लिए जाएंगे। कानूनी लड़ाई से जुड़े वकीलों के वक्तव्य को भी इसमें जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि डाक्यूमेंट्री का काम 2025 तक पूरा करना है। इसीलिए काम में तेजी लाई जा रही है।
लगी है 35 विशेषज्ञों की टीम
सतपुरकर ने बताया कि डाक्यूमेंट्री के निर्माण और जन्मभूमि मंदिर से जुड़े तथ्यों का डाक्यूमेंटेशन करने में उनकी कंपनी ने 35 टेक्निशियन और विशेषज्ञों की टीम को लगाया है। इसमें से आधा दर्जन तकनीकी कर्मचारी अयोध्या के कार्यालय पर काम कर रहे हैं। अयोध्या में रामनवमी, दीपोत्सव एवं अन्य महत्वपूर्ण अवसरों और पर्वों के अवसर पर उसको कवर करने के हिसाब से टीम के कर्मचारी बदले जाते हैं। इस टीम से जुड़े हेरामह कुलकर्णी और वीडियोग्राफर रजनीश तिवारी का कहना है कि वे अपने को सौभाग्यशाली मानते हैं कि राम जन्मभूमि मंदिर की डाक्यूमेंट्री निर्माण में काम करने का मौका मिला। अनेक तथ्य ऐसे शूट कर रहे हैं, जिसके बारे में कभी सुना नहीं था।
डाक्यूमेंट्री में अलग-अलग सेक्शन
डॉक्यूमेंट्री निर्माण के संबंध में बताया गया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्देश और परामर्श पर राम जन्मभूमि के इतिहास के विविध घटनाक्रम को कई सेक्शन में बांट कर अलग-अलग कई डाक्यूमेंट्री बनाई जा सकती है। यह कार्य भावी पीढ़ी के लिए राम मंदिर का दस्तावेज बनेगा। इस संबंध में भी विचार किया जा रहा है।
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