आने वाले समय में ग्वालियर में मोबाइल में यूज होने वाले सिम कार्ड, कम्पोनेंटस, वाइफाई, ऑप्टिकल्स, मोबाइल डिवाइसेस, सिमकार्ड, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स सहित तमाम मोबाइल एसेसरीज बनाई जाएगी। ग्वालियर में करीब 350 एकड़ जमीन पर टेलीकॉम मेन्युफैक्चरिंग जोन (TMZ) बनाया जाएगा। भोपाल में सीएम डॉ मोहन यादव ने मंत्रालय में TMZ की समीक्षा के दौरान यह बात कही।
सीएम ने कहा- मध्यप्रदेश में टेलीकॉम सेक्टर के विकास के लिए यहां आने वाले हर उद्यमी, हर निवेशक का स्वागत है। टेलीकम्यूनिकेशन फेसिलिटीज को बेहतर बनाकर हम प्रदेश के हर क्षेत्र व केन्द्रीय दुर्गम इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाना चाहते हैं।
ग्वालियर, जबलपुर में टेलीकॉम सेक्टर में संभावनाएं सीएम ने मंत्रालय में प्रदेश में दूरसंचार उत्पादन क्षेत्र (टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन - टीएमजेड) की स्थापना एवं इसके क्रियान्वयन की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ग्वालियर, जबलपुर जैसे क्षेत्रों में टेलीकॉम सेक्टर के विकास की संभावनाएं हैं।
27 को इंदौर में होगी आईटी कॉन्क्लेव
सीएम ने बताया कि 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कॉन्क्लेव होने जा रही है। इच्छुक निवेशक इसमें अपना प्रस्ताव दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन के निर्माण के लिए बड़े लैंड बैंक की जरूरत होगी।
सीएम से निवेशक बोले- फैसला लेकर जल्द बताएंगे
सीएम ने निवेशकों से कहा कि कम जमीन में ज्यादा निर्माण इकाइयां स्थापित करने से लागत भी कम होगी और प्रबंधन में भी आसानी होगी। निवेशक इसी दिशा में आगे बढ़ें। निवेशकों ने सीएम से कहा कि वे विचार-विमर्श कर जल्द ही अपना निर्णय लेंगे और सरकार को अवगत कराएंगे।
ग्वालियर में 350 एकड़ जमीन पर बनेगा टीएमजेड
बैठक में अफसरों ने बताया कि ग्वालियर जिले में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (टीएमजेड) बनाया जाना प्रस्तावित है। यह टीएमजेड करीब 350 एकड़ जमीन पर बनेगा। इस टीएमजेड में टेलीकॉम सेक्टर से जुड़े सभी सिस्टम्स, कम्पोनेंटस, वाइफाई, ऑप्टिकल्स, मोबाइल डिवाइसेस, सिमकार्ड, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स सहित मोबाइल एसेसरीज (सहायक उपकरण) बनाए जाएंगे।
6जी तकनीक विकसित करने होगी रिसर्च
टेलीकॉम सेक्टर में नई 6जी टेक्नॉलाजी के लिए अनुसंधान एवं विकास के काम भी किए जाएंगे। टेलीकॉम सेक्टर की डिक्सॉन, वॉयकॉन, आईबीएम, निक्सन एवं एरिक्सन जैसे सभी बड़ी कम्पनियां यहां निवेश करने के लिए आएंगी। इससे प्रदेश में टेलीकॉम सेक्टर का विस्तार होगा और सेवाएं भी बेहतर होंगी।
बैठक में ये अफसर थे मौजूद
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह, एमपीआईडीसी के एमडी चंद्रमौली शुक्ला, केन्द्रीय दूरसंचार विभाग के डीडीजी अनिल भारद्वाज, डॉयरेक्टर गणेश चंद्रा,
जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े सहित टेलीकॉम सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक कम्पनी डिक्सन के अध्यक्ष अतुल बी. लाल, टीईएमए के चेयरमेन प्रो. एन.के. गोयल, तेजस के सीईओ एण्ड एमडी आनंद अथरेया, वीवीडीएन के जितेंद्र सिंह, वीवीडीएन के राजीव जैन, एनआईसीडीसी के विनय मिश्रा, आईसीईए के डॉ. आशीष शुखिया, इरिक्सन के अश्विनी पत्कुर, एमपीआईडीसी के ग्वालियर रीजन के ईडी प्रतुल सिन्हा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
साडा ग्वालियर की 271 हेक्टेयर भूमि उद्योग विभाग को दी जाएगी
ग्वालियर आईटी पार्क में लगभग 70 एकड़ एवं साडा ग्वालियर क्षेत्र में 300 एकड़ जमीन की मांग निवेशकों द्वारा की गई है। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने बताया कि, मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार साडा ग्वालियर की 271 हेक्टेयर जमीन औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग को ट्रांसफर करने का निर्णय लिया गया है।
साडा के करीबी क्षेत्र से ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस वे बनना संभावित बैठक में अफसरों ने निवेशकों को बताया ग्वालियर में साडा के नजदीकी क्षेत्र से ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस वे भी बनाया जाना संभावित है। इससे आगरा-दिल्ली की दूरी कम हो जाएगी और लगभग 50 मिनट की अवधि में ग्वालियर से आगरा की दूरी तय की जा सकेगी। इससे कम्पनियों को लॉजिस्टिक का खर्च कम से कम होगा।
साडा क्षेत्र से ही ग्वालियर वेस्टर्न बायपास का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ हो रहा है। इससे आगरा-मुम्बई (एबी रोड) से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। साडा क्षेत्र से दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी निकल रहा है। इससे इस क्षेत्र में स्थापित होने वाली औद्योगिक इकाइयों को भरपूर लाभ होगा।