भोपाल में हिंदू छात्राओं से रेप कर वीडियो बनाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी फरहान छात्राओं के वीडियो पोर्न साइट्स पर बेचने की तैयारी में था। यह आइडिया उसे आरोपी अबरार और नबील ने दिया था, क्योंकि फरहान को इंदौर में रह रही छात्रा इग्नोर करने लगी थी।
फरहान की तमाम धमकियों के बाद भी छात्रा उससे मिलने को राजी नहीं होती थी। वह उसके इंदौर स्थित घर में भी हंगामा कर चुका था। छात्रा और उसकी बहन को सबक सिखाने फरहान ने साथी अबरार और नबील के साथ प्लानिंग की। यह दोनों कॉलेज में उसके जूनियर रहे और बेहद विश्वसनीय थे।
ऐसे में अबरार और नबील ने फरहान को पोर्न साइट्स पर वीडियो बेचने का रास्ता बताया। इन दोनों ने ही अपने मोबाइल से ऑनलाइन पोर्न वीडियो बेचने की डील करने का तरीका सीखा। उन्हें भनक नहीं थी कि इस बीच उनकी शिकायत हो चुकी है। पुलिस गुपचुप तरीके से उनकी जांच कर रही है। 13 अप्रैल को जब फरहान की गिरफ्तारी की गई, तब अबरार और नबील भोपाल में थे। फरहान के पकड़े जाने की भनक लगते ही दोनों अलग-अलग फरार हो गए।
लड़कियों को कमरे पर बुलाते थे अबरार और नबील पूरे केस के पांचवे और छठवें नंबर के इन दोनों आरोपियों की भूमिका भी अहम हुआ करती थी। दोनों ही आरोपी लड़कियों को अपने कमरे में कभी पढ़ाई तो कभी पार्टी के नाम पर बुलाया करते थे। यहां पहले से फरहान व अन्य साथी मौजूद होते थे। कमरों के खास स्थानों में पहले ही मोबाइल वीडियो रिकार्डिंग के साथ सेट कर दिए जाते थे। पार्टी के नाम पर लाउड म्यूजिक के साथ गांजे से भरी सिगरेट लड़कियों को दी जाती थी।
फरहान 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में पुलिस ने आरोपी फरहान को 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सोमवार को वकीलों के हमले के बाद आरोपी को जस्टिस नीलम मिश्रा की कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंस से पेश किया था।
कोई लड़की नहीं आती तो वीडियो वायरल करने की धमकी देते मामले में खुलासा हुआ है कि लड़कियों को कोल्डड्रिंक के साथ शराब पिलाई जाती थी। इसके बाद बारी-बारी से आरोपी अलग-अलग काम के बहाने से चले जाते थे। फिर फरहान छात्राओं के साथ मारपीट कर रेप करता था। इन वीडियो को फरहान, अबरार और नबील सहित अली के साथ शेयर करते थे।
सभी अपने-अपने मोबाइल लैपटॉप में सिक्योर फोल्डर में इन्हें सेव कर रख लिया करते। जब कोई लड़की आरोपियों के बुलाने पर नहीं आती तो इन वीडियो को वायरल करने की धमकी दी जाती थी। अबरार और नबील कमरे का इस्तेमाल करने के एवज में फरहान से पैसा लिया करते थे। इसी के साथ लड़कियों को लाने और छोड़ने का काम भी करते थे।
अबरार और नबील की तलाश में पुलिस की दो टीमें पश्चिम बंगाल और बिहार में पिछले पांच दिनों से डेरा डाले हुए हैं। उनके दस से अधिक ठिकानों पर दबिश दी जा चुकी है। एक दर्जन से अधिक रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की जा चुकी है। दोनों लगातार अपने ठिकाने बदल रहे हैं। अबरार की लास्ट लोकेशन मुर्शिदाबाद में ट्रैस की गई थी। हालांकि वह भी मूल रूप से बिहार का ही रहने वाला है।
हामिद ने सुसाइड से पहले दोस्त और पिता को मैसेज किए थे छात्राओं से रेप के मुख्य आरोपियों में से एक सातवां किरदार हामिद रजाखान (23) पुत्र नौशाद खान था। वह मूलरूप से बिहार के मोतीहारी जिला में स्थित ग्राम जलना का रहने वाला था। भोपाल के प्राइवेट कॉलेज में बी.टेक फाइनल ईयर EC ब्रांच की पढ़ाई कर रहा था। सुसाइड से पहले बीते तीन सालों से भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में स्थित रसूलिया मस्जिद के पास एक किराए के कमरे में रहता था।
सुसाइड से पहले उसने अपने साथियों और पिता को मैसेज किए और चादर का फंदा बनाकर पंखे के सहारे फांसी लगा ली। सुसाइड नोट नहीं मिलने से खुदकुशी के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो सका।
खुदकुशी से पहले उसने अपने दोस्तों को जो मैसेज किए उन्हें देख दोस्त कमरे में चेक करने पहुंचे, जहां कमरा अंदर से लॉक मिला। किसी तरह से गेट खोला तो बॉडी फंदे पर लटकी हुई मिली। दोस्तों ने पुलिस को खुदकुशी का कोई कारण नहीं बताया था।
हालांकि उसने पिता को भेजे मैसेज में लिखा था मुझे माफ कर देना मैं कुछ कर नहीं सका। आप सब से बहुत प्यार करता हूं। हमेशा के लिए जा रहा हूं। सब बहुत अच्छे हैं, बस मैं कुछ कर नहीं सका। बताया जा रहा है कि हामिद अधिक गांजा पीने से अवसाद में आ चुका था। कई सब्जेक्ट में उसके एटीकेटी थे, लगातार प्रयासों के बाद भी क्लीयर नहीं कर सका था।
अधिकांश तस्वीरें एक ही रेस्टोरेंट की फरहान हिंदू युवतियों को कभी नाश्ता को कभी चाय तो कभी बातचीत करने के बहाने क्लब 90 नाम के रेस्टोरेंट में बुलाता था। लगभग हर रोज ही इस रेस्टोरेंट में उसका जाना आना था। उसके मोबाइल में मिली अधिकांश तस्वीरें इसी रेस्टोरेंट की हैं। यहीं अन्य मुस्लिम युवकों से युवतियों की दोस्ती कराता था। रेस्टोरेंट संचालक की भूमिका को पुलिस ने संदिग्ध मान रही है।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि संचालक प्राइवेसी के नाम पर घंटों बैठने का स्थान मुहैया कराता था। हालांकि, उसका लिंक किसी बड़े गिरोह से है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए पुलिस अब रेस्टोरेंट संचालक से पूछताछ करने की तैयारी में है।
फंडिंग कनेक्शन की जांच कर रही पुलिस फरहान, अली, साद और साहिल सभी बेहद साधारण परिवारों से हैं। इसके बाद भी फरहान साढ़े तीन लाख रुपए की स्पोर्ट्स बाइक के साथ महंगे फोन रखता था। ठीक इसी तरह अन्य आरोपियों का लाइफ स्टाइल था। शहर के महंगे रेस्टोरेंट में उनका बैठना उठना था। हजारों रुपए रोज खर्च किया करते थे। पुलिस को आरोपियों को क्रिकेट के सट्टे से जुड़े होने के भी प्रमाण मिले हैं। लिहाजा पुलिस आरोपियों के फंडिंग कनेक्शन की भी जांच कर रही है।
30 लड़कियों का रजिस्ट्रेशन था डांस क्लास में पुलिस को साहिल के कब्जे से एक रजिस्टर मिला है। जिसमें तीस युवतियों का नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं। खास बात यह है कि सभी लड़कियां हिंदू हैं। साहिल ईवेंट मैनेजमेंट का काम करता था। इसके नाम पर वह कई बड़े ईवेंट में लड़कियों को भेजने का काम करता था।
लड़कियों को सप्लाई करने के एंगल पर भी जांच पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि आरोपियों द्वारा लड़कियों को डरा धमकाकर और कितने लोगों से संबंध बनाने पर मजबूर किया गया है। इसके एवज में वह कितने पैसे लिए करते थे। साहिल अपने द्वारा ट्रैंड लड़कियों को शहर के कई हाई प्रोफाइल, होटलों, नाइट क्लब और पार्टियों में लेकर जाया करता था।
अली खान को रेस्टोरेंट लेकर पहुंची पुलिस रिमांड पर चल रहे अली को पुलिस की टीम बुधवार की दोपहर को क्लब 90 नाम के हथाईखेड़ा में स्थित रेस्टोरेंट लेकर पहुंची। यहां उसने फरहान और छात्राओं के साथ लंबा समय गुजारा है। उसने पुलिस को बताया कि रेस्टोरेंट संचालक यहां गांजे की व्यवस्था कराने के नाम पर प्राइवेसी के नाम पर केबिन दिया करता था। पुलिस संचालक को भी आरोपी बनाने की तैयारी में है।