नई दिल्ली। गुजरात के जामनगर में कस्टम विभाग के कार्यालय से 1 करोड़ 10 लाख रुपये का सोना गायब होने की खबर के बाद हड़कंप मच गया है इसकी शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में कस्टम डिपार्टमेंट के कुछ अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन लोगों ने ही शुरुआत में इस मामले में चार साल तक लंबी आंतरिक जांच की थी। मालूम हो कि तमिलनाडु में सीबीआई की कस्टडी से 45 करोड़ रुपये का सोना गायब हो गया था।
जामनगर बी डिविजन के पुलिस अधिकारियों ने बताया सोना भुज कस्टम विभाग का था जो साल 2001 में आए भूकंप के बाद जामनगर कार्यालय में रखा हुआ था। भुज कार्यालय जब कुछ दिन पहले सोना अपनी कस्टडी में लेने पहुंचा तो पता चला कि एक करोड़ 10 लाख रुपये के मूल्य का 2,156.722 ग्राम सोना कहीं गायब हो चुका है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक साल 2001 में कच्छ के भुज कस्टम विभाग ने भूकंप में इमारत गिरने की वजह से 3,149.398 ग्राम जब्त सोने को सुरक्षित जगह पर रखने का फैसला किया था। उस समय सोने को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी जामनगर कस्टम विभाग को सौंपी गई थी। साल 2016 में जब भुज कार्यालय की मरम्मत हो गई तो भुज कस्टम डिपार्टमेंट ने जामनगर कार्यालय से सील किए गए सोने को अपनी कस्टडी में ले लिया। जिस सूटकेस में सोने को रखा गया था उसकी चाबी मांगी गई तो पता चला कि सूटकेस की चाबी कहीं खो गई है। इसके बाद सूटकेस का ताला तोड़ा गया। बाद में जब भुज कस्टम डिपार्टमेंट ने सोने की जांच की तो 3,149.398 ग्राम सोने में से 2,156.722 ग्राम सोना कम निकला।
सीबीआई कस्टडी से गायब हुआ था 45 करोड़ का सोना- सीबीआई की टीम ने साल 2012 में चेन्नई के सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड के दफ्तर में छापा मारा था। सीबीआई ने रेड के दौरान वहां से सोने की ईंटों और गहनों के रूप में 400.5 किलोग्राम सोना जब्त किया था। जब्त किए गए सोने को सीलकर सीबीआई की सेफ कस्टडी में रखा गया था, लेकिन अब जब्त किए गए सोने में से 103 किलोग्राम से अधिक का सोना गायब है।