वॉशिंग सेंटर में गाड़ियां धोने पर ऑयल मिला गंदा पानी नालियों में बहता है। इससे प्रदूषण तो होता ही है साथ ही नालियां भी जाम होती हैं। नगर निगम द्वारा पहली बार शहरभर के सभी वॉशिंग सेंटरों की जांच की जाएगी। जिसने भी वॉशिंग की अनुमति नहीं ली, उन्हें बंद किया जाएगा।
शहर में अनुमति प्राप्त 25 बड़े और बगैर अनुमति वाले करीब 1000 छोटे वॉशिंग सेंटर हैं। अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि शहर में बड़ी संख्या में वॉशिंग सेंटर हैं। यहां से ऑयल और मिट्टी पानी के साथ नालियों में मिलते हैं।
यह भी चैक करेंगे कि अनुमति किससे ली है
सड़क पर बहता है पानी : शहर में अधिकांश वॉशिंग सेंटर मुख्य सड़क के किनारे खुले हैं। इनका पानी भी सड़क पर ही बहता रहता है जिससे गंदगी फैलती है और मच्छर भी होते हैं। अब ऐसे वॉशिंग सेंटर पर लगाम लगेगी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सिर्फ 25 ने ली अनुमति प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार शहर में सिर्फ 25 अनुमति प्राप्त बड़े सर्विस सेंटर हैं। ये प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से अनुमति लेकर संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा गाड़ियां धोने वाले छोटे वॉशिंग सेंटरों ने किसी तरह की अनुमति नहीं ली है। शहर भर में इस तरह के 1000 से ज्यादा सर्विस सेंट हो सकते हैं।