नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने जीएसटी का फेक रजिस्ट्रेशन हासिल कर नकली फर्म बनाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर और नवंबर में 1,63,042 रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया है। इन जीएसटी अकाउंट ने पिछले 6 महीनों में जीएसटीआर-3 बी का रिटर्न फाइल नहीं किया था। बता दें कि पिछले एक महीने से डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस और सीजीएसटी ने जीएसटी नबंर का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इसके तहत 132 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, इसमें से 4 चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। इन एजेंसियों ने 4586 नकली जीएसटीआईएन पर कार्रवाई कर 430 केस दर्ज किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अक्षय जैन नाम के चार्टर्ड अकाउंटेंट को विशाखापत्तनम से गिरफ्तार किया है। शख्स पर 14 नकली फर्म बनवाकर 20.97 करोड़ रुपये का सर्टिफिकेट जारी करने का आरोप है। इस मामले में जांच जारी है। सूत्रों के मुताबिक जिन जीएसटीआईएन ने 6 महीने तक जीएसटीआर-3 बी रिटर्न दाखिल नहीं किया था, उन्हें पहले नोटिस दिया गया इसके बाद उनका पंजीकरण रद्द कर दिया गया। इसके अलावा 21 अगस्त 2020 से 16 नवंबर 2020 तक जिन लोगों को 720 डिम्ड रजिस्ट्रेशन जारी किए गए थे और उनका आधार वैरीफिकेशन नहीं करवाया गया था, इनमें से 55 रजिस्ट्रेशन में त्रुटियां पाई गई है। इन मामलों में भी रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा रहा है।