ईरान ने ओमान की खाड़ी से जब्त किए गए शिप से छोड़ी गई महिला भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ को भारत लौट आई है। गुरुवार (18 अप्रैल) को एन टेसा जोसेफ केरल के कोचीन एयरपोर्ट उतरीं। उनका यहां रीजनल पासपोर्ट अधिकारी ने स्वागत किया।
जोसेफ की वतन वापसी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुशी जताई है। उन्होंने X पर लिखा, शानदार काम इंडियन एम्बेसी, खुशी है कि एन टेसा जोसेफ घर पहुंच गई हैं। मोदी की गारंटी देश या विदेश हमेशा सभी जगह काम करती है।'
दरअसल, इजराइल पर हमले से पहले ईरान ने भारत आ रहे पुर्तगाल के झंडे वाले एक जहाज को ओमान की खाड़ी में होर्मुज पास से जब्त किया था। इसकी जानकारी 13 अप्रैल को दी गई थी। इस पर 25 क्रू मेंबर मौजूद थे जिनमें 17 भारतीय और दो पाकिस्तानी थे। 16 भारतीय अब भी शिप पर है। शिप इजराइली अरबपति का था और भारत आ रहा था।
केरल की रहने वाली हैं एन टेसा
केरल के त्रिशूर की रहने वालीं जोसेफ शिप पर भारतीय क्रू का हिस्सा थीं। इससे पहले जोसेफ के परिवार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने विदेश मंत्रालय को क्रू मेंबर्स को छुड़ाने के लिए जो लेटर लिखा है, उसमें एन टेसा का नाम नहीं है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने जोसेफ की रिहाई पर कहा है कि भारत सरकार शिप पर मौजूद बाकी 16 भारतीयों के संपर्क में हैं। क्रू के सारे सदस्य स्वस्थ हैं और भारत में अपने परिवारों के साथ संपर्क में भी हैं। इन लोगों की घर वापसी के लिए ईरानी अधिकारियों के साथ बातचीत की जा रही है।
पाकिस्तानी नागरिकों को रिहा कर चुका ईरान
इससे पहले ईरान ने 16 अप्रैल को शिप पर मौजूद पाकिस्तान के दोनों नागरिकों को रिहा कर दिया था। दोनों पाकिस्तानी नागरिकों में से एक शिप पर चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर काम कर रहा था।
भारत ने अब तक क्या किया?
डिप्लोमेटिक चैनल्स के जरिए भारत का विदेश मंत्रालय लगातार ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है। जहाज पर फंसे बचे हुए भारतीयों को छुड़ाने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले 14 अप्रैल को विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया था कि इस मामले को लेकर उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री से बात की है। उन्होंने कहा था कि भारतीय अधिकारियों को जल्द क्रू में शामिल भारतीय नागरिकों से मिलने की इजाजत दी जाएगी।
शिप UAE से रवाना होकर भारत आ रहा था
13 अप्रैल को होर्मुज स्ट्रेट से गुजर रहे एक इजराइली अरबपति के जहाज MCS एरीज को ईरान की सेना ने कब्जे में ले लिया था। ईरान के रेवाल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडो UAE से रवाना हुए जहाज पर हेलिकॉप्टर से उतरे थे। ईरान ने आरोप लगाया था कि शिप बिना इजाजत उनके इलाके से गुजर रहा था। यह शिप लंदन बेस्ड जोडिएक मैरीटाइम कंपनी का बताया गया है। इसमें इजराइली अरबपति की भी हिस्सेदारी है।
होर्मुज पास से गुजरता है दुनिया का 20% तेल
ईरान ने जिस होर्मुज पास से भारत आ रहे जहाज पर कब्जा किया है वहां से दुनिया का 20% तेल गुजरता है। ईरानी सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने 2023 में दावा किया था कि ईरान ने होर्मुज पास में कई सौ बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें तैनात की हैं। जो एक के बाद एक लगातार कई टारगेट पर हमला कर सकती हैं।
न सिर्फ ईरान बल्कि अमेरिका ने भी तेजी से इस इलाके में सैनिकों और हथियारों की तैनाती की थी। अमेरिका ने अपना A-10 थंडरबोल्ट 2 वॉरप्लेन, F-16 और F-35 फाइटर जेट तैनात किए हैं। इसके अलावा अमेरिका के कई युद्धपोत भी इस इलाके में मौजूद हैं।