नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन में किसी भी प्रकार की हिंसा की संभावना को रोकने के तरीकों पर चर्चा की। प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ असामाजिक तत्वों ऐसे भी मौजूद है जिनका उद्देश्य हिंसा हो सकता है, जिसके तहत इसपर चर्चा की गई। जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारी किसानों के बीच कम से कम 10 ऐसे समूह उपस्थिति हैं जो इस आंदोलन को हिंसात्मक बना सकते हैं। किसान समूह तीन कृषि कानूनों के पारित होने का विरोध कर रहे हैं। वे कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करने की मांग कर रहे हैं, जिसे सरकार द्वारा खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि किसान संगठनों ने कहा कि 12 दिसंबर को किसान दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को जाम करेंगे। किसानों ने 14 दिसंबर को भी विरोध प्रदर्शन करने की भी धमकी दी है।