फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर लगे बैन को हटा दिया है। मेटा ने कहा कि ट्रम्प राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। ऐसे में उन्हें भी प्रचार करने के लिए सभी की तरह बराबरी का मौका मिलना चाहिए। अन्य उम्मीदवार भी मेटा के प्लेटफॉर्म्स- फेसबुक इंस्टाग्राम का इस्तेमाल चुनाव के लिए कर रहे हैं। ठीक इसी तरह ट्रम्प को भी इन प्लेटफॉर्म्स को यूज करने का अधिकार है।
दरअसल, अमेरिका में 2021 एक हिंसा हुई थी और उसके बाद मेटा ने ट्रम्प के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बैन लगा दिया था।
कैपिटल हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई थी
6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर मुहर लगाए जाने के दौरान सैकड़ों ट्रम्प समर्थकों ने यहां हिंसा की थी। इसमें एक पुलिस अफसर समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। ट्रम्प पर समर्थकों को उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद उनके सोशल मीडिया अकाउंट सस्पेंड कर दिए गए थे।
फेसबुक ने कहा था- ट्रम्प के वीडियो से हिंसा भड़कने का खतरा
कैपिटल हिल में हिंसा के बाद ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर 1 मिनट का वीडियो पोस्ट किया था। फेसबुक और यूट्यूब ने ट्रम्प का वीडियो रिमूव कर दिया था। फेसबुक के वाइस प्रेसिडेंट (इंटेग्रिटी) गुए रोजेन ने कहा था कि यह इमरजेंसी है, ट्रम्प के वीडियो से हिंसा और भड़क सकती है।
ट्रम्प ने फेसबुक के कदम को वोटर्स की बेइज्जती बताया था
ट्रम्प ने फेसबुक की कार्रवाई को उन 7.5 करोड़ लोगों की बेइज्जती बताया था, जिन्होंने 2020 के चुनाव में ट्रम्प को वोट दिया था। ट्रम्प ने कहा था- उन लोगों को सेंसर कर और चुप कराकर बाहर नहीं किया जा सकता। हम फिर जीतेंगे। हमारा देश इस बेइज्जती को और ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर सकता।