रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कई रूट्स पर वंदे भारत चलाने की वजह राजनीतिक भी है। उन रूट्स पर वंदे भारत जैसी महंगी ट्रेन में यात्रा करने के लिए लोगों के पास पैसे हैं या नहीं, इस बात पर विचार नहीं किया गया। राजनीतिक दवाब में वहां वंदे भारत तो चला दिया गया लेकिन वहां पैसेंजर्स नहीं है। ऐसे ही वंदे भारत रेलवे के लिए सफेद हाथी बना हुआ है।