पटना । राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टरों के अनुसार, उनकी किडनी महज 25 प्रतिशत ही काम कर रही है। 75 प्रतिशत किडनी ने काम करना बंद कर दिया है, इससे उनकी सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। खबर के सामने आने के बाद उन्हें मानवता के आधार पर रिहा करने की मांग उठ रही है। खास तौर पर चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने न्यायोचित प्रक्रिया के तहत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बिगड़ती सेहत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से संज्ञान लेने की मांग की है। एलजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि लालू प्रसाद यादव के हेल्थ कंडीशन को देखकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को खुद संज्ञान लेकर न्यायोचित प्रक्रिया के तहत आवश्यक निर्देश सरकार को देना चाहिए।
लोजपा प्रवक्ता ने कहा कि दलगत भावना से ऊपर होकर एवं मानवीय भावों के आधार पर लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर सरकार को भी उचित कदम उठाना चाहिए।बता दें कि रांची स्थित रिम्स अस्पताल के पेइंग वार्ड में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का इलाज चल रहा है। उनका शुगर लेवल भी बढ़ गया है। गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद ने कहा था कि लालू की किडनी 25 प्रतिशत ही काम कर रही है। उनकी किडनी की स्थिति फोर्थ स्टेज में पहुंच चुकी है. उनकी हालत में सुधार नहीं है और उनकी डायलिसिस करने की कभी भी जरूरत पड़ सकती है।