कई दिन चलते हैं ड्राईफ्रूट्स मोदक
जीवाराम स्वीट्स के विशाल भारद्वाज बताते हैं कि उन्होंने बादाम और पिस्ते की बर्फी को मोदक डिजाइन में तैयार किया है। दिल्ली में ड्राईफ्रूट्स के मोदक भी डिमांड में रहते हैं। ये कई दिन चल जाते हैं। असली मोदक चावल के आटे में नारीयल, देसी घी और सूखे मेवे फिल करके बनते हैं, जो अधिक दिन नहीं चलते। यहां गिफ्टिंग में मिठाई मोदक खरीदे जाते हैं।
कुछ और मिठाइयों की है डिमांड
यूं तो गणपति महोत्सव में मोदक की विशेष डिमांड होती है। इसके साथ ही इस त्योहार पर लड्डू, खीर, श्रीखंड, फ्रूट कस्टर्ड, बर्फी, गुजिया, काजू कतली, कलाकंद, पेड़ा, नारीयल बर्फी, राजभोग, मैसूर पाक, सोहन हलवा आदि भी विशेष रूप से तैयार किए जाते हैं।
हाथों से तैयार होता है असली मोदक
असली मोदक हाथों से तैयार होते हैं। इसमें मेहनत लगती है। महाराष्ट्र में हर घर में नारीयल, गुड़, केसर, शक्कर, इलायची देसी घी और खुशबूदार चावल के आटे से मोदक बनते हैं। चावल के आटे में उबलता पानी, घी या तेल और थोड़ा नमक डालते हैं। एक बार सारा कच्चा माल रेडी हो जाए तो एक मिनट में एक मोदक की फिलिंग हो जाती है।