नई दिल्ली । कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन में शामिल किसानों की मौत को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है, किसान आंदोलन में अभी तक 11 किसानों की मौत हो चुकी है। ये किसान पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों के निवासी थे। बीते दिनों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि किसान आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवाजा दिया जाएगा। राहुल गांधी ने अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, कृषि कानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी?' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा शेयर खबर में दावा किया गया है, कि अब तक 11 किसानों की मौत हो गई है। खबर के अनुसार तन्ना सिंह, जनकराज, गजन सिंह, गुरजंट सिंह, लखबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मेवा सिंह, राममेहर, अजय कुमार, किताब सिंह और कृष्ण लाल गुप्ता की मौत हो चुकी है।
इसके पहले राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में आरोप लगाया था कि देश के कृषक पंजाब के किसानों के बराबर आय चाहते हैं, लेकिन मोदी सरकार उनकी आय बिहार के किसानों के बराबर करना चाहती है। कांग्रेस नेता ने ग्राफ साझा किया उसके मुताबिक, पंजाब में प्रति किसान औसत आय 2,16 ,708 रुपये (वार्षिक) है जो देश में सबसे ज्यादा है। ग्राफ में दर्शाया गया है कि बिहार में प्रति किसान औसत आय 42,684 रुपये (वार्षिक) है जो देश के कई राज्यों के मुकाबले बहुत कम है।
कांग्रेस ने शनिवार को दावा किया हैं कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पिछले कुछ दिनों में 11 किसानों की मौत हो चुकी हैं, इसके बाद भी मोदी सरकार का दिल नहीं पसीज रहा। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी खबर का उल्लेख करते हुए दावा किया, पिछले 17 दिनों में 11 किसान भाईयों की शहादत के बावजूद निरंकुश मोदी सरकार का दिल नहीं पसीज रहा।