नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अपेक्षित परिणाम न आने और खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस में जहां बयानों के तीखे बाण चल रहे हैं वहीं समीक्षा की भी मांग तेज हो रही है। पार्टी के कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा करने के ऐलान के बाद कई पार्टी नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है। इसके अलावा, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित कई दूसरे प्रदेश कांग्रेस के नेताओ में भी अपने पद से त्यागपत्र देने की पेशकश की है। इसके साथ प्रदेश कांग्रेस के नेता भी चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा की मांग कर रहे हैं। पार्टी महासचिव तारिक अनवर भी हार के कारणों पर विचार की वकालत कर चुके हैं।
बिहार कांग्रेस के कई नेता चुनाव में टिकट बंटवारे पर सवाल उठा चुके हैं। इन नेताओं की मांग है कि टिकट बंटवारे की जांच करनी चाहिए। बिहार में पार्टी 70 सीट पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ 19 सीट हासिल हुई। कई नेता मानते हैं कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की वजह से महागठबंधन सरकार बनाने से चूक गया।
इधर, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा को हटाने की मांग हो रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीडब्लूसी की बैठक में हार के कारणों पर विचार करने के बाद प्रदेश नेतृत्व मे बदलाव किया जा सकता है। पार्टी के कई नेता टिकट बंटवारे को लेकर भी प्रदेश कांग्रेस नेताओं की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। ऐसे में पार्टी जल्द कदम उठा सकती है। भाजपा की 74 और जदयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं। विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली। इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें और लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट जीती है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है।