साल 1857 में विलियम की मौत के बाद बेटे सैमुअल कोलगेट ने कारोबार को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाई। कारोबार घाटे में चल रहा था। लोगों के बीच कोलगेट के साबुन और मोमबत्तियां कुछ खास लोकप्रिय नहीं हो पा रही थी। सैमुअल ने कुछ अलग करने का सोचा और साल 1873 में टूथपेस्ट बनाने का बिजनेस शुरू किया। उस दौर में टूथपेस्ट की पैंकिंग के लिए मशीनें उपलब्ध नहीं होती थीं, इसलिए डिब्बों में भरकर पेस्ट बेचना शुरू किया।