नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर में ठंड का कहर तेज हो गया है। यहां गुलमर्ग सहित अन्य क्षेत्रों में पारा लगातार गिरता जा रहा है, जिससे उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में ठंड बढ़ रही है। वहीं, दक्षिण के राज्यों में एक दिसंबर से भारी बारिश होने की संभावना है। दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम 10.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 26.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। शहर की हवा की गुणवत्ता फिर से खराब हो गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हाल ही में उत्तर भारत के पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी हुई है। हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण उत्तर भारत की तरफ से तेज रफ्तार से आ रही बर्फीली हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से मौसम भी शुष्क बना हुआ है। इस वजह से दिन और रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। मौसम का मिजाज तीन दिसंबर तक इसी तरह बना रहने के आसार हैं।
वहीं, तूफान आने के बाद हुई बारिश ने आंध्र प्रदेश के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। भारी बारिश से आई बाढ़ से प्रदेश के कडप्पा जिले में पिछले तीन दिनों में आठ लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी शनिवार को राज्य सरकार ने दी। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। निवार तूफान भले की काफी कमजोर पड़ गया हो, लेकिन उसके असर से मध्य प्रदेश में 18 से 20 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी है। इसी क्रम में शनिवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान मंडला में सात डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के छह स्थानों पर पारा दस डिग्री से नीचे लुढ़क गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, प्रदेश में शनिवार को न्यूनतम तापमान मंडला में 7, नौगांव में 8.8, रायसेन में 9.4, ग्वालियर में 9.5, खजुराहो में 9.5 और दतिया में 9.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।