फिरोजाबाद । सीएम योगी ने लखनऊ और उसके बाद प्रयागराज जहरीली शराब कांड पर सख्त रुख अपनाते हुए जहर के कारोबारियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने और उनकी सम्पत्ति नीलाम कर पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश दिया है। प्रदेश के डीजीपी, प्रमुख सचिव आबकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से सीएम योगी ने अवैध शराब के काले कारोबार पर हर हाल में अंकुश लगाने को कहा है। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि यदि किसी इलाके में अवैध शराब बिकती हुई पाई जाती है तो वहां के थानेदार और आबकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। निलंबन और बर्खास्तगी के साथ ही एफआईआर दर्ज कर जेल भी भेजा जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में अवैध शराब नहीं बिकनी चाहिए। इस काले कारोबार पर हर हाल में अंकुश लगना चाहिए। गौरतलब है कि प्रयागराज जिले के फूलपुर के अमिलिया गांव में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई थी। पहली मौत एक पान विक्रेता की गुरुवार रात हुई जबकि पांच अन्य ने शुक्रवार को दम तोड़ा। वहीं पांच अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले पहले लखनऊ, मथुरा और फिरोजाबाद में भी जहरीली शराब से कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। प्रयागराज की घटना के बारे में बताया जा रहा है कि इन लोगों ने देशी शराब के सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शराब के ठेके के बाहर जाम लगाकर हंगामा किया। घटना की जानकारी मिलते ही कमिश्नर, एडीजी, आईजी, डीएम, डीआईजी, जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने गांव में घोषणा कराई कि अगर कोई बीमार है तो उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाए। आरोपी शराब ठेकेदार की तलाश में छापेमारी कर एक सेल्समैन को रात में पकड़ लिया गया है। डीएम ने रात में भी सभी शवों के पोस्टमार्टम का आदेश दिया है। फूलपुर क्षेत्र के अमिलिया में संगीता देवी के नाम से देशी शराब का ठेका है। ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार शाम को अरवासी गांव के पान विक्रेता रामजी मौर्य और बसंत लाल ने ठेके से शराब लेकर पी थी। शाम को ही दोनों की हालत बिगड़ गई। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रामजी मौर्य की मौत हो गई। परिजनों ने रात में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं शुक्रवार सुबह बसंत लाल ने भी दम तोड़ दिया। इधर अमिलिया गांव के शंभूनाथ, राजबहादुर और प्यारेलाल की हालत बिगड़ने लगी। शाम को राजबहादुर व प्रभुनाथ को उनके परिजन सीएचसी फूलपुर लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बसंतलाल और प्यारेलाल की शुक्रवार शाम घर पर ही मौत हो गई। वहीं रात में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चतुर्थश्रेणी कर्मचारी राजेश गौड़ की मौत हो गई। इसके अलावा अमिलिया के प्रभुनाथ, कोनार गांव के ताराचंद और खनसार गांव के जगदीश यादव की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल पुलिस-प्रशासन ने चार मौतों की ही पुष्टि की है। फूलपुर तहसील में शराब पीने से चार लोगों की मृत्यु हो गई है। चार मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक अन्य की सूचना है। इसकी जांच कराई जा रही है। संबंधित दुकान की शराब को लैब में जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच के बाद ही मालूम चलेगा कि शराब जहरीली थी या नकली। क्षेत्र के आसपास के करीब 10 गांवों में मेडिकल टीम को रवाना किया गया है।