नई दिल्ली । चीन ने कोरोना की एक सुपर वैक्सीन बनाने का दावा किया है। यह वैक्सीन 10 लाख लोगों को दी जा चुकी है, लेकिन किसी में कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं दिखा है। इस टीके को लगवाने वाले शत प्रतिशत लोगों के कोरोना से संक्रमित नहीं होने के कई उदाहरण दिए गए हैं। इसलिए इस वैक्सीन को सुपर वैक्सीन करार दिया जा रहा है। हालांकि, चीनी कंपनी सिनोफार्म द्वारा विकसित इस टीके के परीक्षण का अंतिम चरण अभी नहीं पूरा हो पाया है, लेकिन चीन की सरकार ने आपात स्थिति में इस प्रायोगिक टीके को मरीजों को लगाने की अुनमति दे दी है। चीन की दिग्गज दवा कंपनी सिनोफार्म के चेयरमैन लियू जिंगजेन ने कहा कि जिन लोगों को वैक्सीन दी गई है उनमें गंभीर विपरीत प्रभाव नहीं दिखे, कुछ लोगों ने केवल मामूली परेशानी की शिकायत की। बहुराष्ट्रीय कंपनी के चेयरमैन ने कहा- हम विदेश में स्थित अपने एक कार्यालय में कार्यरत 99 कर्मचारियों में से 81 लोगों को यह टीका दिया था, कार्यालय में कोरोना फैलने पर पाया गया कि जिन लोगों को टीका दिया गया था उनमें से कोई संक्रमित नहीं हुआ, लेकिन टीका नहीं लगवाने वाले 18 में से 10 लोग संक्रमित मिले। चेयरमैन लियू ने कहा कि आपात परिस्थिति में प्रायोगिक टीका केवल उन मजदूरों, छात्रों और राजनयिकों को लगाया गया जो महामारी के दौरान 150 से अधिक देशों की यात्रा पर गए। लेकिन टीकाकरण के बाद इनमें से किसी में संक्रमण नहीं देखने को मिला। गत 6 नवंबर को 56,000 लोगों ने चीन से बाहर रवाना होने से पहले टीका लगवाया।