कोलकाता । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिन के पश्चिम बंगाल के प्रवास पर है। डायमंड हार्बर जाते समय जेपी नड्डा के काफिले पर पत्थर फेंके गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडे से हमला भी किया गया। बताया जा रहा है कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी काफिले में मौजूद थे। उनकी भी गाड़ी के शीशे तोड़े गए। इससे पहले भाजपा ने जेपी नड्डा के दौरे पर सुरक्षा चूक का आरोप लगाया है। इस संबंध में बंगाल भाजपा यूनिट के अध्यक्ष दिलीप घोष ने स्थानीय प्रशासन और अमित शाह को खत भी लिखा। प्रदर्शनकारियों ने डायमंड हर्बर में सड़क जाम करने की कोशिश की। इसी रास्ते से जेपी नड्डा के काफिले गुजर रहा था। जेपी नड्डा के काफिले पर पत्थर भी फेंके गए।
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में कृषि कानूनों को लेकर विरोध हो रहा है। कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'बंगाल पुलिस को पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी, लेकिन एक बार फिर बंगाल पुलिस नाकाम रही। सिराकोल बस स्टैंड के पास पुलिस के सामने ही टीएमसी गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को मारा और मेरी गाड़ी पर पथराव किया।' इससे पहले नड्डा के दौरे पर सुरक्षा चूक का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, 'पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के राज्य दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक हुई है। कल उनके कार्यक्रम में पुलिस तैनात नहीं थी। मैंने इस मसले पर यहां के प्रशासन और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।' बता दें कि जेपी नड्डा के दौरे का दूसरा दिन है। वह 24 दक्षिण परगना में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। बुधवार को बंगाल दौरे पर पहुंचे जेपी नड्डा ने कोलकाता में राज्य चुनाव कार्यालय और 9 जिलों में भाजपा कार्यालय का उद्घाटन किया था। इससे पहले जैसे ही नड्डा भाजपा कार्यालय पहुंचे तो कुछ लोगों ने ऑफिस के बाहर हंगामा शुरू कर दिया था। इस दौरान 'गो बैक' के नारे लगाए। बताया जा रहा है कि कृषि कानूनों को लेकर जेपी नड्डा का विरोध किया गया। इस वक्त वहां स्थानीय पुलिस नदारद थी। भाजपा का आरोप है कि हंगामा करने वाले तृणमूल कांग्रेस के समर्थक थे।
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीति काफी तेज हो गई है। जेपी नड्डा ने पार्टी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन के दौरान कहा कि भाजपा ने बंगाल में लंबा सफर किया है। 4 फीसदी वोट शेयर से शुरुआत के साथ 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को 40 फीसदी वोट शेयर मिला। उन्होंने कहा कि 2021 विधानसभा चुनाव में भाजपा को 200 सीटें मिलेंगी। पिछले महीने पश्चिम बंगाल में अमित शाह के दौरे के बाद से बंगाल भाजपा यूनिट की रणनीति में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। पार्टी अब ममता सरकार पर पहले से ज्यादा आक्रामक हो गई है। दरअसल शाह के दौरे ने भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में इस बार बंगाल से ममता सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की थी। अमित शाह ने 200 प्लस सीटों का लक्ष्य बनाया है।