गांधीनगर । कोरोना वायरस को लेकर गुजरात सरकार अलर्ट मोड पर है। प्रमुख शहरों में नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है, पुलिस लोगों से जुर्माने वसूल रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने ही सरकार की व्यवस्थाओं को ठेंगा दिखाया है। हाल ही में भगवा दल के बड़े नेता और पहले मंत्री रहे कांति गमित की पोती की सगाई में 6 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए।
इतना ही नहीं इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर जमकर गरबा भी खेला गया। मामले का वीडियो वायरल हो गया है। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन भी सख्त हो गया है। पुलिस ने पूर्व मंत्री को पूछताछ के लिए बुलाया। राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने वीडियो की जांच के आदेश दिए हैं।
गुजरात के तापी जिले में मौजूद डोसवाडा गांव में भाजपा नेता गामित की पोती का सगाई समारोह हुआ था। इस दौरान कार्यक्रम में भारी संख्या में जुटी भीड़ ने 2 मीटर की दूरी को भूलकर गरबा खेला। मामले सूरत रेंज के आईजीपी राजकुमार पांडियन के आदेश के बाद तापी एसपी ने शिकायत दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों पर केस दर्ज किया जाएगा और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी।
वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने जिला कलेक्टर और पुलिस पर भी जमकर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि कानून केवल आम जनता के लिए है, भाजपा नेताओं के लिए नहीं। कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल ने भी मामले का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। उन्होंने लिखा गुजरात में कोविड-19 के दिशानिर्देश, नियम, कानून और कर्फ्यू बीजेपी नेताओं पर लागू नहीं होते हैं। आप जो वीडियो नीचे देख रहे हैं यह बीजेपी के पूर्व मंत्री कांति गामित की पोती की शादी से पहले के जश्न का है। यह तब हुआ जब गुजरात में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में शामिल हुए पूर्व विधायक ने कहा कि मेरे बेटे की बेटी की सगाई थी, जिसमें लगभग 2000 लोगों का भोजन रखा गया था। गामित के मुताबिक, लोगों को वॉट्सऐप के जरिए जानकारी मिली और वे शामिल हो गए। उन्होंने कहा पूरा गांव आदिवासी इलाके में आता है और हम किसी को मना नहीं कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अपनी गलती स्वीकार ली है। कोविड-19 इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में कोरोना मरीजों की संख्या 2 लाख 11 हजार 257 पर पहुंच गई है। वहीं, 4 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।