रूस-बेलारूस बनाम पोलैंड और लिथुआनिया
बेलारूस के अधिकारियों ने पोलैंड के क्षेत्र में हेलिकॉप्टर घुसने के दावे को खारिज किया था। बेलारूस ने दावा किया है कि यह अभ्यास सोमवार को शुरू हुआ है और 'विशेष सैन्य अभियान' के अनुभवों पर आधारित है। 'विशेष सैन्य अभियान' वही शब्द है जिसका इस्तेमाल रूस ने यूक्रेन पर हमले के लिए किया है। उसने कहा कि इस अभ्यास के दौरान ड्रोन के इस्तेमाल के साथ-साथ टैंक यूनिट और मोटराइज्ड राइफल यूनिट का सेना के अन्य अंगों के साथ करीबी समन्वय शामिल है।बेलारूस यह युद्धाभ्यास ग्रोड्नो इलाके में कर रहा है जो सुवाल्की गैप के पास स्थित है। यह 96 किमी का संकरा सा इलाका है जो पोलैंड और लिथुआनिया की सीमा से मिलता है। यह लिंक बाल्टिक इलाके के तीन देशों लिथुआनिया, लाटविया और एस्टोनिया को बाकी के नाटो देशों से जोड़ता है। यही इलाका बेलारूस को कालिनग्राड से अलग करता है जो रूसी इलाका है। कालिनग्राड रूस का सैन्य किला है जहां एक से बढ़कर एक घातक हथियार तैनात हैं। हालांकि रूस के लिए चिंता की बात यह है कि कालिनग्राड से उसका कोई जमीनी संपर्क नहीं है। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि सुवाल्की गैप को लेकर भविष्य में नाटो और रूस के बीच टकराव हो सकता है।