नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आजाद ने कहा कि बिहार विधानसभा और उप चुनाव में हार के लिए वह पार्टी नेतृत्व को दोष नहीं देते, लेकिन हमने जमीनी स्तर पर जनता से संपर्क खो दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक हम हर स्तर पर कांग्रेस की कार्यशैली में बदलाव नहीं लाते, चीजें नहीं बदलेंगी। नेतृत्व को चाहिए कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं को एक कार्यक्रम दे और पदों के लिए चुनाव कराए। इससे पहले पी. चिदंबरम और कपिल सिब्बल बिहार चुनाव में हार को लेकर खुलकर सामने आए हैं।
आजाद ने कहा कि वह गांधी परिवार को दोष नहीं दे सकते, क्योंकि इस वक्त कोरोना की महामारी के कारण ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता। उन्होंने हमारी ज्यादातर मांगों को माना है। कांग्रेस नेतृत्व को चुनाव कराने चाहिए अगर वे राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प बनने के साथ पार्टी को पुनरोद्धार करना चाहते हैं।हम सभी को पार्टी से प्यार करना चाहिए और इसे दोबारा मजबूत बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले आजाद ने कहा कि पार्टी को पांच सितारा संस्कृति को नहीं भाती, आज जब किसी नेता को टिकट मिलता है तो वह पहले 5 स्टार होटल बुक करता है। अगर सड़क खराब है तो वह उधर जाता ही नहीं है। जब तक फाइव स्टार संस्कृति नहीं छोड़ी जाती, तब तक चुनाव नहीं जीता जा सकता। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि जब तक पदाधिकारी नियुक्त किए जाते हैं, वे अपने जिम्मेदारी नहीं समझेंगे। लेकिन अगर कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों का चुनाव होगा तो उन्हें जिम्मेदारी का अहसास होगा। आज पार्टी में कोई भी किसी भी पद को हासिल कर सकता है।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस 72 सालों में सबसे बुरे दौर में है। पिछले दो बार से कांग्रेस लोकसभा में नेता विपक्ष का पद हासिल करने लायक संख्या भी नहीं जुटा सकी। लेकिन कांग्रेस ने लद्दाख पर्वतीय परिषद के चुनाव में 9 सीटें जीतीं, जबकि ऐसे सकारात्मक नतीजों की उम्मीद नहीं थी।