अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश के आरोप लगाए थे। इसके बाद उसे एक दूसरे देश चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, अब अमेरिकी सरकार ने उसके खिलाफ सबूत पेश करने से इनकार कर दिया है।
अमेरिकी सरकार ने कहा है कि वो निखिल गुप्ता को चेक रिपब्लिक से अमेरिका लाने के बाद ही न्यूयॉर्क की कोर्ट में उसके खिलाफ सबूत देंगे। दरअसल, अमेरिका निखिल गुप्ता को अमेरिका लाने की कोशिश कर रहा है, ताकि उसके ट्रायल शुरू किया जा सके। वहीं, निखिल गुप्ता के वकील अमेरिका को ऐसा करने से रोक रहे हैं।
इसी के चलते 4 जनवरी को निखिल गुप्ता के वकीलों ने अमेरिकी कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इसमें अदालत से अपील की गई थी कि उन्हें वो सबूत दिलाए जाएं जिनके आधार पर गुप्ता को पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोपी ठहराया गया है। इसके बाद अमेरिकी जिला न्यायाधीश विक्टर मारेरो ने आदेश जारी करते हुए सरकार को आदेश दिया कि वो तीन दिन में इसका जवाब दे।
चेक रिपब्लिक में अमेरिकी हिरासत में है निखिल गुप्ता
निखिल को 30 जून को अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार कर लिया गया था। विदेश मंत्रालय के पूर्व प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि भारत को तीन बार गुप्ता का कॉन्सुलर एक्सेस मिल चुका है।
पिछले महीने पन्नू की हत्या की साजिश के आरोपी निखिल गुप्ता के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि निखिल को प्राग (चेक रिपब्लिक) की जेल में गैर कानूनी तरीके से कैद कर रखा है। जेल में उसे खाने के लिए जबरन सुअर और गाय का मीट दिया गया, जो हिंदू रीति रिवाजों के खिलाफ है।
उसने अधिकारियों को इस बारे में बताया भी, लेकिन उसे शाकाहारी खाना नहीं मिला। प्राग के अधिकारियों ने उससे कहा था कि अमेरिका की इजाजत के बिना वह किसी को भी फोन नहीं कर सकता है।
अमेरिकी ने भारत पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप लगाए
अमेरिकी सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। हालांकि, यह नहीं बताया गया कि हमला किस दिन होने वाला था।
जून 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद ही अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के सामने यह मुद्दा उठाया था। इस बात का खुलासा 22 नवंबर 2023 को पब्लिश हुई फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में हुआ था।
अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में 29 नवंबर को न्यूयॉर्क पुलिस की चार्जशीट सामने आई थी। इसमें भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप है। इसमें लिखा है- भारत के एक पूर्व CRPF अफसर ने उसे पन्नू की हत्या की प्लानिंग करने को कहा था।
पन्नू मामले में कब, क्या हुआ चार्जशीट के मुताबिक पूरी टाइमलाइन
मई 2023: अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर के मुताबिक इसी वक्त एक भारतीय अधिकारी ने निखिल गुप्ता को हायर किया।
29 मई: निखिल गुप्ता ने किसी ऐसे शख्स की तलाश शुरू की जो पन्नू को मार सके। हालांकि जिसे पन्नू को मारने के लिए हायर किया गया वो अमेरिका का अंडर कवर एजेंट निकला। कुछ हफ्तों तक निखिल गुप्ता ने इस अंडर कवर एजेंट से पन्नू को मारने के तरीके और कीमत पर चर्चा की।
9 जून: गुप्ता ने पन्नू को मारने के लिए हायर किए गए हिटमैन को एक शख्स के जरिए 15 हजार डॉलर यानी 12 लाख 49 हजार रुपए का कैश भिजवाया। ये हत्या के लिए एडवांस पेमेंट थी।
11 जून: भारत के अधिकारी ने गुप्ता को कहा कि पन्नू को अभी नहीं मरवा सकते हैं। दरअसल, जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे। उस दौरान दोनों देशों के बीच डिप्लोमेटिक बैठकें हो रही थी। गुप्ता ने भी फोन पर कहा था कि 10 दिनों तक कुछ नहीं किया जा सकता है, नहीं तो प्रदर्शन शुरू हुए जाएंगे।
12 जून से 14 जून: गुप्ता ने फोन पर अपने साथी को कनाडा में किसी बड़े टारगेट के बारे में बताया। उसने कहा कि वो बाद में उसकी डिटेल्स शेयर करेगा।
18 जून: कुछ लोग कनाडा में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर देते हैं। कुछ ही महीनों बाद कनाडा इस हत्या का आरोप भारत पर लगाता है।
19 जून: गुप्ता निज्जर की हत्या का वीडियो अमेरिका में पन्नू की हत्या के लिए हायर किए हिटमैन को भेजता है। वो लिखता है- ये अच्छी खबर है, अब इंतजार करने की जरूरत नहीं है। गुप्ता ने हिटमैन को ये भी बताया था कि अब टारगेट और चौकन्ना रहेगा।
22 जून: अमेरिकी राष्ट्रपति भारत से संबंध बेहतर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्टेट डिनर के लिए बुलाते हैं।
24 जून से 29 जून: गुप्ता ने पन्नू का मारने का प्लान आगे बढ़वाया। उसकी निगरानी शुरू हुई।
30 जून: गुप्ता भारत से चेक रिपब्लिक गया, जहां अमेरिका के कहने पर उसे हिरासत में ले लिया गया।