इजरायल के मानने पर भी जताया जा रहा शक
सऊदी अरब के साथ सुरक्षा समझौते को सीनेट से मंजूरी दिलाना भी बेहद मुश्किल होगा। विपक्ष में बैठी रिपब्लिकन पार्टी बाइडन राजनयिक जीत हासिल करने में मदद नहीं करना चाहेगीी। अधिकांश डेमोक्रेट भी खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले सऊदी राजशाही के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धताओं का विरोध करेंगे और फिलिस्तीनियों के लिए पर्याप्त लाभ की मांग करेंगे, जिसे बेंजामिन नेतन्याहू की कट्टर-दक्षिणपंथी इजरायली सरकार स्वीकार नहीं करेगी। मध्य पूर्व संस्थान में इस क्षेत्र के विशेषज्ञ खालिद एल्गिंडी ने कहा कि नेतन्याहू की कैबिनेट में भीतर फिलिस्तीनी प्राधिकरण के नियंत्रण पर सहमति नहीं बन सकती है।