Select Date:

फ्रांस में अबाया बैन से पीछे नहीं हटेंगे, नियम नहीं मानने वाले मुस्लिम छात्रों को स्‍कूलों में नो एंट्री मैंक्रो का बड़ा बयान

Updated on 02-09-2023 01:48 PM
पेरिस: पिछले दिनों फ्रांस के शिक्षा मंत्री गैब्रियल अताल ने सरकारी स्‍कूलों में अबाया पहनकर आने पर रोक लगा दी है। अबाया बैन के बाद कई जगहों पर इस फैसले का विरोध हो रहा है। अब देश के राष्‍ट्रपति इमैनुलए मैंक्रो ने साफ कर दिया है कि अबाया बैन पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को दक्षिणी फ्रांस के वैउक्लूस में एक प्राइवेट स्कूल का दौरा करने के बाद मीडिया से मुखातिब मैंक्रो ने इस फैसले पर यह बात कही है। फ्रांस के धिकारियों ने भी कहा है कि नए सत्र में स्कूलों में अबाया पहनने पर प्रतिबंध के फैसले का वह सख्ती से पालन करेंगे।

प्रतिबंध को बताया इस्‍लामोफोबिक
फ्रांस के शिक्षा मंत्री अताल के इस फैसले का कई विपक्षी सांसद विरोध कर रहे हैं। सांसद डेनियल ओबोनो ने तो इसे 'नया इस्लामोफोबिक अभियान' करार दे डाला है। अबाया पर बैन मुस्लिम धर्म से जुड़े कपड़ों पर लगे प्रतिबंधों की सीरीज में सबसे नया है। पॉलिटिको मैगजीन की मानें तो मैंक्रो ने स्कूलों में अबाया पर प्रतिबंध लगाकर दो पक्षों को साधने की कोशिश की है। एक तरफ तो उन्‍होंने दक्षिणपंथियों को बड़ा संदेश दिया है तो दूसरी तरफ फैसले से वामपंथियों को बांटने का काम किया है। अबाया कुछ मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाला एक तरह का गाउन जैसा आउटफिट है। लेकिन यह बुर्के से काफी अलग है। इस पर लगा बैन फ्रांस में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के लिए सरकार की झिझक को खत्‍म करने वाला बताया जा रहा है।

छात्रों पर होगा एक्‍शन!
मैक्रॉन ने वैउक्लूस में पहली बार सार्वजनिक रूप से ड्रेस कोड पर बात की। उन्‍होंने कहा, 'हम जानते हैं कि कई छात्र इस नियम को अपनी-अपनी तरह से परखेंगे और ऐसे कई मामले सामने आएंगे। कुछ छात्र ऐसे होंगे जो गणतंत्रीय प्रणाली को धता बताने की कोशिश करेंगे। ऐसे छात्रों को मैंक्रो ने साफ संदेश दिया कि उन्‍हें क्‍लास में दाखिनल नहीं होने दिया जाएगा। मैंक्रो ने कहा, 'हम इस फैसले पर अडिग रहेंगे और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। वहीं, शिक्षा मंत्री का कहना है कि मीडिल और हायर स्‍कूलों में लड़कियों और लड़कों का अबाया पहनना 'धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन' है। उन्‍होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता फ्रांस के लिए एक आधारभूत सिद्धांत है। वहीं, उन्होंने कुछ छात्रों पर आरोप लगाया कि वे पारंपरिक पोशाक का इस्तेमाल स्कूलों को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।

साल 2004 में आया बड़ा कानून
फ्रांस के इस नए नियम की बड़े स्‍तर पर आलोचना हो रही है। आलोचकों का कहना है कि कि ढीले, शरीर को ढकने वाले कपड़े धर्म का अनावश्यक प्रदर्शन नहीं करते हैं और उन्हें कक्षाओं से प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए। साल 2004 के एक कानून के आधार पर यह प्रतिबंध लगाया गया है। उस कानून का मकसद फ्रांस के सार्वजनिक स्कूलों में धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करना है। इस कानून के बाद हिजाब या स्कार्फ पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। यह कानून सिर्फ इस्‍लामिक कपड़ों पर ही लागू नहीं होता है बल्कि इसके तहत बड़े ईसाई क्रॉस, यहूदी किप्पा और सिखों की पगड़ी को भी लाया गया है। यह महीनों के हंगामे और संसदीय बहसों के बाद पास हो सका था। मुसलमानों ने दावा किया कि यह उन्हें कलंकित करने वाला कानून है। जबकि यूनिवर्सिटी के छात्रों को इससे बाहर रखा गया है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 19 November 2024
हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनाई गई हैं। इस पद पर पहुंचने वाली वह श्रीलंका की तीसरी महिला नेता हैं। वे 2 महीने पहले श्रीलंका में बनी अंतरिम सरकार…
 19 November 2024
ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरियो में सोमवार को 19वीं G20 समिट की शुरुआत हो गई है। G20 समिट दो दिन 18 और 19 नवंबर को होगी। पहले दिन प्रधानमंत्री…
 19 November 2024
पंजाब के जालंधर से संबंध रखने वाले पंजाबी सिंगर गैरी संधू पर ऑस्ट्रेलिया में एक शो के दौरान विवाद के बाद हमला किया गया। संधू के शो में आए एक…
 19 November 2024
इस दिन इंडोनेशिया की मेजबानी में G20 समिट का आखिरी दिन था। साझा घोषणा पत्र जारी होना था, लेकिन तभी यूक्रेन जंग को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनातनी…
 19 November 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना पद छोड़ने से दो महीने पहले एक बड़ा फैसला लेते हुए यूक्रेन को रूस के ठिकानों पर हमले करने के लिए लंबी दूरी की…
 19 November 2024
ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में सोमवार को G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स से द्विपक्षीय मुलाकातें की। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल…
 18 November 2024
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
 18 November 2024
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
 18 November 2024
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…
Advertisement