नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा है कि राजस्थान में पार्टी पूरी तरह एकजुट है और इस साल के आखिर तक नयी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) का गठन हो जाएगा तथा 31 जनवरी तक विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों का काम भी संपन्न हो जाएगा। राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी माकन ने इस बात पर भी जोर दिया कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है। उनकी यह टिप्पणी इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में कहा था कि भाजपा द्वारा एक बार फिर से उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है। माकन ने कहा कि गहलोत कांग्रेस के ईमानदार नेता और अनुभवी सिपाही हैं तो सचिन पायलट भी पार्टी के लिए उपयोगी हैं। माकन ने कहा, ‘‘हमने आगे उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विस्तृत रूप रेखा तैयार की है। हमने कुछ समय-सीमा तय की है, जिसके बारे में मुख्यमंत्री, पीसीसी अध्यक्ष, पायलट और अन्य लोगोंको अवगत करा दिया गया है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राजस्थान में स्थानीय निकाय के चुनावों का मौजूदा चरण 20 दिसंबर को संपन्न हो जाएगा। इसके तत्काल बाद 10 दिनों के भीतर (महीने के आखिर तक) पीसीसी अध्यक्षपीसीसी की कार्यकारी इकाई गठित करने के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए एआईसीसी को भेज देंगे।’’ माकन के मुताबिक, बोर्डों और निगमों के अध्यक्षों की नियुक्तियों के वास्ते कांग्रेस अध्यक्ष की स्वीकृति के लिए 31 जनवरी की समयसीमा तय की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य नेताओं को इन प्रस्तावों को अंतिम रूप देने के लिए समूह के स्तर से ऊपर उठकर समुचित हिस्सेदारी और व्यापक विचार-विमर्श का मंत्र दिया गया है।’’ कांग्रेस महासचिव ने प्रदेश के सभी नेताओं और विधायकों से मुलाकात की है तथा पायलट के भी संपर्क में हैं। भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का फिर से प्रयास करने संबंधी गहलोत के आरोप पर माकन ने कहा कि यह पहले देखा जा चुका है कि भाजपा ने जनादेश को पलटने के लिए क्या-क्याकिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात और मध्य प्रदेश समेत कई प्रदेशों में अनैतिक और अलोकतांत्रिक तरकीबों का इस्तेमाल करके भाजपा सफल हो गई। लेकिन राजस्थान में बुरी तरह विफल रही। इसका कारण यह है कि सरकार के साथ खड़े हमारे 123 विधायकों में कोई भी इनके जाल में नहीं फंसा।’’ कांग्रेस नेता कहा, ‘‘मुझे सरकार को कोई खतरा नहीं दिखाई देता। अगर वो फिर कोशिश करेंगे तो फिर बुरी तरह विफल होंगे। माकन ने कहा, ‘‘हम अपने विधायकों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को एकजुट रखने में सफल रहे तथा हालिया निकाय चुनावों में यह एकजुटता दिखी जिनमें हमने अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।’’