नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ डटे किसानों की मदद के लिए लगातार लोग आगे आ रहे हैं। हाल ही में अमेरिका के दो सिख एनजीओ ने टिकरी बॉर्डर पर किसानों के लिए टॉयलेट और गीजर दान दिया है। दिल्ली की सरहदों पर किसानों को प्रदर्शन करते हुए तीन हफ्तों से ज्यादा का समय बीत चुका है। किसान और सरकार पक्ष के बीच कई बार बात हो चुकी है, लेकिन अभी तक सब बेनतीजा रहा है। हालांकि, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि 2-3 दिन में इसका हल निकल सकता है। सिख पंचायत फ्रीमॉन्ट के होशियारपुर समन्वयक एसपी सिंह खालसा ने बताया 'धरना स्थल पर बुनियादी सुविधाओं की कमी को देखते हुए हमने 200 पोर्टेबल टॉयलेट औऱ गीजर दान करने का फैसला किया है।' इससे पहले कई सेलेब्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की सरहदों पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मदद की थी।
इसी तरह का एक मामला पंजाब से सामने आया था। यहां श्री मुक्तसर साहिब में एक परिवार ने शादी तोहफे के बजाए दानपत्र लगाया था। परिवार ने यह कदम किसानों के आंदोलन के समर्थन में उठाया था। परिवार के मुताबिक, इस दान पत्र के जरिए जुटाई गई राशि को किसानों को दिया जाएगा। शादी में दूल्हे का कहना था 'यह हमारा संघर्ष है और हमें मिलकर इसमें लड़ना होगा।' आज प्रदर्शन कर रहे किसानों ने श्रद्धांजलि दिवस मनाने का फैसला किया है। इस दौरान आंदोलन करते हुए मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। गौरतलब है कि आज सिख गुरु तेग बहादुर सिंह जी का शहीदी दिवस भी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब पहुंचे थे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान किसी भी तरह की कोई खास व्यवस्था नहीं की गई थी।