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हम कितने ईमानदार
Update On
05-June-2022 14:03:17
अक्सर यह होता है कि जब भी व्यक्ति बात करता है हमेशा वह दूसरों को भ्रष्टाचारी चोर बेईमान झूठ बोलने वाला बताता है, यानी दूसरे में ही दोष ढूंढता है। ठीक बात है सच्चाई बोलने में कोई डर नहीं पर स्वयं अपने बारे में वह क्या है इस पर भी…
संघ प्रमुख की दो टूक नसीहत में छिपे मर्म को पहिचानें
Update On
04-June-2022 20:32:49
कृष्णमोहन झा/इस समय देश में ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा गरमाया हुआ है परंतु इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गत दिवस नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में संघ कार्यकर्ताओं के तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में जो भाषण दिया है उसकी चर्चा कहीं अधिक…
संघर्ष के पसीने में भीगी, गरीब के जीवन की कहानी । भटकती फिर संभलती यही है,एक आम इंसान की कहानी
Update On
04-June-2022 18:42:24
अंधे बहरो की बस्ती चारों तरफ अंधेरा है,अफसरशाही का है बोलबाला,यहां सब नेता,है लाचार,कौन सुनेगा ग़रीबों की फ़रियाद, सरकारी डॉक्टर साहब मांगते रिश्वत,अस्पताल की नर्स नवजात शिशु से मिलने के लिए मांग रही थी ठंडा पीने के लिए पैसे,अजब कहानी है गज़ब कहानी है मेरे देश की,यहां चंद मुट्ठी भर…
सोचीये - क्या बढ़ रहा है.... क्या घट रहा.....
Update On
03-June-2022 13:19:23
जब से हम प्राकृतिक जिंदगी से दूर होकर ग्लैमर और भौतिकवाद भरी जिंदगी जो आज के दौर की मॉडर्न जिंदगी है मैं जीने लगे हैं जब से हम सादगी और संपन्नता भरी जिंदगी से दूर होकर दिखावे और होडाहोड (Contest) की जिंदगी के आदि बन गए हैं बस यहीं से…
कलयुग में सुखी -- अनपढ़ और जो ज्यादा विचार न करें
Update On
02-June-2022 12:28:02
बात छोटी सी स्पष्ट और सरल है सतयुग में सतयुगी तो कलयुग में कलयुगी ही सुखी रहेगा। लेकिन जो आदर्श और नेकी का पाठ सीखने की कोशिश कर लेता है वह कही न कही दुखी हो जाता है। लेकिन हां जो यह कह दे "मैं क्या जानू मैं ठहरा अनपढ़"…
चुनाव - धन, धर्म और आशीर्वाद
Update On
01-June-2022 13:40:37
धन, धर्म और आशीर्वाद यह चुनाव जीतने का मूल मंत्र है। चाहे जितना भी अपने आप को जनसेवक कहे, चाहे मुख्यमंत्री सड़क पर ठेला लेकर निकल जाए, चाहे राष्ट्रीय नेता किसी आदिवासी के साथ बैठकर खाना खा ले, जितने भी आदर्शता कि बातें करना है कर ले पर सत्यता बिल्कुल…
पानी बचाओ, पानी संग्रह और सरकारी बोरिंग सब की याद एनटाइम पर ही क्यो...
Update On
01-June-2022 09:07:46
हमारे यहां स्थानीय प्रशासन और स्वायत्त संस्थाए नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत इन सब को पानी बचाने, पानी संग्रह करने का विचार ऐन वक्त पर बरसात आने पर होता है। जबकि यह मुहीम हर समय चलना चाहिए। मजे की बात सरकारी बोरिंग अपने चहेते के यहां लगाते हैं और उसकी…
कौन है ओबीसी का सच्चा हितैषी : पंचायत चुनाव में होगा फैसला
Update On
29-May-2022 11:29:45
अंततः मध्यप्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही बिगुल बज गया है । नगरीय निकाय चुनाव भी होना है। परिसीमन के बाद त्रिस्तरीय पंचायतराज संस्थाओं के चुनाव में सीटें भले ही बढ़ गई हों परन्तु पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों में कमी…
वास्तु, प्रकृति, पारिस्थिति और पर्यावरण का सरल अर्थ
Update On
29-May-2022 11:26:40
दिनचर्या मैं प्रकृति, पारिस्थिति और पर्यावरण का अर्थ बड़ा आसान है। बिस्तर से उठने से पहले आप वही इधर-उधर करवट ले एवं मां के पेट में बच्चा कैसा होता है उस अनुसार अपने शरीर को कुछ मोड़कर योगा करें। फिर ब्रह्म मुहूर्त में सुर्य को नमस्कार और मन की बात…
धरती पर भी स्वर्ग की स्थापना आपके हाथ
Update On
28-May-2022 13:07:03
स्वर्ग याने वह लोक जहां बिना कष्ट के शांति प्रिय सहज सरल और संस्कृति प्रधान वातावरण, जहां देवता निवास करते हैं और सत्कर्म करने वाला मनुष्य मरणोपरांत रहने की पात्रता रखता है। धरती दुख और कष्टों से भरी है फिर भी धरती पर स्वर्ग की स्थापना आपके हाथ लिखी होती…
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