कुण्डली में अशुभ राहु के योग एवं उससे उत्पन्न परेशानी तथा अचूक उपाय
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16-05-2022 02:07 PM
कुंडली मे राहु के अशुभ होने के कुछ योग 1 प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, सप्तम, नवम, दशम तथा एकादश भाव में राहु की स्थिति शुभ नहीं मानी जाती हैं। परन्तु कुछ विद्वान तीसरे, छठे तथा ग्यारहवें भाव राहु की स्थिति को शुभ भी मानते हैं। 2. नीच अथवा धनु राशि का राहु, अशुभ फल देता हैं। 3. यदि राहु शुभ भावी का स्वामी होकर अपने भाव से छठे अथवा आठवें स्थान पर बैठा हो तो अशुभ फल देता हैं। 4.यदि राहु श्रेष्ट भाव का स्वामी होकर सूर्य के साथ बैठा हो अथवा शुक्र व बुध के साथ बैठा हो तो अशुभ फल देता हैं। 5 सिंह राशिस्थ अथवा सूर्य से दृष्ट राहु अशुभ होता हैं। 6. जन्म कुण्डली में राहु की अशुभ स्थिति हो तो राहु कृत पीड़ा के निवारणार्थ राहु-शांति के उपाय अवश्य कराने चाहिए।
राहु के कारण व्यक्ति को निम्नांकित परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। 1. नौकरी व व्यवसाय में बाधा। 2 मानसिक तनाव व अशांति। 3 रात को नींद न आना। 4 परीक्षा में असफलता प्राप्त होना। 5 कार्य में मन न लगना। 6 बेबुनियाद ख्यालों में उलझे रहना। 7 अचानक धन का अधिक खर्च। होना या धन रूक-रूक कर प्राप्त होना। 8 बिना सोचे समझे कार्य करना। 9 दुर्जनों व दुष्टों से मित्रता। 10 पति-पत्नी में तनाव व नीच स्त्रियों से सम्बन्ध होना। 11 पेट व आंतडि़यों के रोग होना। 12 बनते कार्यो में रूकावट होना। 13 पुलिस व कानूनी परेशानियां तथा सरकार की तरफ से दण्ड। 14 घर व भौतिक सुखों की कमी। 15 धन, चरित्र, स्वास्थ्य की तरफ से लापरवाही। 16 ब्लैक मैजिक टोना टोटका के प्रभाव में आना। 17 बनावटी बातों वाले धोखेबाज लाईफ पार्टनर देना। 18 गुप्त विद्याओं में रूची दिखाकर गल्त राह पर चलाना। 19 पीठ पीछे जड़े काटने वाले मित्र देना। 20 पति पत्नी में संदेहास्पद स्थिती बनाकर तलाक जैसे योग बनाना। 21 छोटी उम्र में वीर्य को समाप्त कर यौन रोग देना।
राहु ग्रह खराब होने से होने वाले रोग 1 किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो सबसे पहले उसको गैस से सम्बन्धित शिकायत बढ़ने लगती है। 2 किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके बाल झड़ने लगते हैं, तथा बवासीर से सम्बन्धित भी समस्या होने लगती है। 3 किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो वो जातक पागलों की तरह व्यवहार करेगा और लगातार मानसिक तनाव में रहेगा। 4 किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उसके नाखून अपने आप ही टूटने लगते हैं और व्यक्ति के सर में पीड़ा या दर्द बनी रहती है। 5 किसी भी व्यक्ति का अगर राहू ग्रह खराब है तो उस व्यक्ति को अचानक पता चलेगा की मुझे कोई बीमारी है और उस पर पैसा भी खूब खर्चा होगा तथा व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
राहु को शुभ बनाने के उपाय अपनी शक्ति के अनुसार संध्या को काले-नीले फूल, गोमेद, नारियल, मूली, सरसों, नीलम, कोयले, खोटे सिक्के, नीला वस्त्र किसी कोढ़ी को दान में देना चाहिए। राहु की शांति के लिए लोहे के हथियार, नीला वस्त्र, कम्बल, लोहे की चादर, तिल, सरसों तेल, विद्युत उपकरण, नारियल एवं मूली दान करना चाहिए. सफाई कर्मियों को लाल अनाज देने से भी राहु की शांति होती है। राहु से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार का व्रत करना चाहिए इससे राहु ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता है। मीठी रोटी कौए को दें और ब्राह्मणों अथवा गरीबों को चावल और सहार करायें। राहु की दशा होने पर कुष्ट से पीड़ित व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। गरीब व्यक्ति की कन्या की शादी करनी चाहिए। राहु की दशा से आप पीड़ित हैं तो अपने सिरहाने जौ रखकर सोयें और सुबह उनका दान कर दें इससे राहु की दशा शांत होगी। ऐसे व्यक्ति को चांदी का कड़ा दाहिने हाथ में धारण करना चाहिए। हाथी दाँत का लाकेट गले में धारण करना चाहिए। अपने पास सफेद चन्दन अवश्य रखना चाहिए। सफेद चन्दन की माला भी धारण की जा सकती है। जमादार को तम्बाकू का दान करना चाहिए। चांदी की चेन गले में पहने । दिन के संधिकाल में अर्थात् सूर्योदय या सूर्यास्त के समय कोई महत्त्वपूर्ण कार्य नही करना चाहिए। यदि किसी अन्य व्यक्ति के पास रुपया अटक गया हो, तो प्रातःकाल पक्षियों को दाना चुगाना चाहिए। झुठी कसम नही खानी चाहिए। राहु के दुष्प्रभाव निवारण के लिए किए जा रहे टोटकों हेतु शनिवार का दिन, राहु के नक्षत्र (आर्द्रा, स्वाती, शतभिषा) तथा शनि की होरा में अधिक शुभ होते हैं।