अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हमेशा से अवैध प्रवासियों के खिलाफ बोलते रहे हैं। इसके चलते कई बार उनकी तुलना जर्मनी के तानाशाह रहे अडोल्फ हिटलर से होती है। 1990 में ट्रम्प की पत्नी इवाना ने भी एक आर्टिकल में लिखा था कि ट्रम्प अपनी अलमारी में हिटलर की स्पीच रखते हैं।
19 दिसंबर 2023 को आयोवा में एक संबोधन के दौरान ट्रम्प ने प्रवासियों का मुद्दा उठाया। कहा- अवैध प्रवासी अमेरिका में जहर घोल रहे हैं। वो देश को तबाह कर रहे हैं। इसी तरह की सोच हिटलर की भी थी। वो कहता था- ऐतिहासिक कल्चर सिर्फ इसलिए खत्म हो गए क्योंकि दूसरे लोगों के आने से कल्चर बनाने वाले लोगों का ओरिजन खत्म हो गया। हिटलर का कहना था कि यहूदी जर्मनी के खून में जहर घोलने का काम कर रहे हैं।
संबोधन के बाद 1990 में ट्रम्प की पत्नी इवाना का लिखा आर्टिकल वायरल होने लगा। इस पर सफाई देते हुए ट्रम्प ने कहा- मैंने अडोल्फ हिटलर की किताब 'मीन कैम्फ' ('माय स्ट्रगल') या उनकी कोई स्पीच कभी नहीं पढ़ी।
एक दिन के लिए तानाशाह बनना चाहते हैं ट्रम्प
ये पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने 2024 में होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अप्रवासियों का मुद्दा उठाया है। कुछ दिन पहले भी ट्रम्प ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति चुने गए तो एक दिन के अमेरिका के तानाशाह बनेंगे ताकि वो मैक्सिको के बॉर्डर को बंद कर सकें।
सितंबर के अंत में एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में भी अवैध अप्रवासियों के लिए ट्रंप ने इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया था। इससे पहले अगस्त में में भी ट्रम्प ने न्यू हैम्पशायर में रैली की थी। तब भी उन्होंने अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करने की बात कही थी।
ट्रम्प ने कहा था- देश का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ऑपरेशन चलाऊंगा
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा था- हमारे देश पर हमला हो रहा है। अगर मैं सत्ता में आया तो सभी जरूरी स्टेट, लोकल, फेडरल और मिलिट्री पावर का इस्तेमाल करके अमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ऑपरेशन चलाऊंगा।
ट्रम्प ने कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था- हम बॉर्डर पर डिपोर्टेशन ऑफिसर तैनात करेंगे। एक-एक अवैध प्रवासी को ढूंढकर उन्हें वापस भेजेंगे। हम बॉर्डर पर दीवार बना देंगे। गैरकानूनी इमिग्रेशन हमेशा से ट्रम्प का चुनावी मुद्दा रहा है। 2016 के चुनाव कैंपेन में भी ट्रम्प ने यही मुद्दा उठाया था।
हिटलर ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर शुरू किया था
हिटलर जर्मनी का वो तानाशाह था जिसने सेकेंड वर्ल्ड वॉर शुरू किया था, नरसंहार में 60 लाख से ज्यादा यहूदियों की जान ली थी। सेकेंड वर्ल्ड वॉर में जर्मनी हार की कगार पर था। जब हिटलर को लगा की वो जीत नहीं पाएगा तो 30 अप्रैल 1945 में उसने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।