सितंबर 2020 में भी चढ़ूनी ने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ कुरुक्षेत्र की पिपली अनाज मंडी में किसान महापंचायत बुलाई थी। प्रशासन ने जब महापंचायत की इजाजत नहीं दी तो किसानों ने पिपली चौक जीटी रोड पर जाम लगा दिया था। चढ़ूनी के काफिले को पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन वह पिपली तक पहुंच गए थे। इसके बाद किसानों ने पूरे हरियाणा में जाम लगा दिया था। आखिरकार पुलिस प्रशासन ने झुकते हुए किसान महापंचायत की इजाजत दी थी। 26 नवंबर 2020 को भी चढ़ूनी ने कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली कूच का नेतृत्व किया था। अंबाला की मोहड़ा मंडी से बढ़े किसानों को जब पुलिस ने जीटी रोड पर रोकने की कोशिश की तो बैरिकेड्स तोड़कर किसान बढ़ गए थे। करनाल पुलिस के नाके को भी किसानों ने तोड़ दिया था। इसके बाद तमाम बैरिकेड्स तोड़ते हुए किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे और लगातार वहां डेरा डाल दिया था।