भारत पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका के इस बैन से भारत पर भी असर पड़ सकता है। रिलायंस ने हाल ही में एनवीडिया को चिप का ऑर्डर दिया है। वहीं दूसरी ओर टाटा कम्युनिकेशंस, योटा डेटा सर्विसेज, ई2ई नेटवर्क्स और Ctrl S आदि को भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ये कंपनियां एआई क्लाउड कंप्यूटिंग में विस्तार कर रही हैं। इन्हें चिप की जरूरत पड़ती है। साथ ही सरकार के एआई मिशन पर भी असर दिखाई दे सकता है।अमेरिका ने भारत के लिए चिप की कैपिंग सीमित की है। नए नियमों के मुताबिक भारत समेत 140 देशों को साल 2025-26 में 50 हजार चिप एक्सपोर्ट की जाएंगी। वहीं चीन और रूस समेत 23 देशों पर पूरी तरह बैन लगा दिया है। इसके अलावा अमेरिका ने यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी और स्वीडन पर कोई लिमिट तय नहीं की है।