वृश्चिक राशि राशि चक्र की आठवीं राशि है इसका स्वामी मंगल है। स्वभाव में जितना आंतरिक, क्रोधी, चिड़चिड़ाहट रहता है उतना ही शांति, संयम रखते हैं। स्थितियां वातावरण अधिकतर आपके सोच-विचार, स्वभाव के विपरीत रहता है। मानसिकता से सोचकर भी परिवर्तन संभव नहीं होता, कामकाज के प्रति सजग, गंभीर होते हैं। कार्यकुशलता बेहतर रखते हैं। स्वाभाविक कारणों से मित्रता विश्वास कम रहता है। छोटी-बड़ी बात का भी प्रभाव अधिक होता है। चंचलतावश वैचारिक दृष्टिकोण बदलते हैं। पश्चाताप, दुःख में रहते हैं। सहजता से आप राशि वालों को लोग सहयोगी समझ
नहीं पाते जिस कारण व्यर्थ की धारणाओं को मन में बनाते हैं उनको मन विचारों से निकालना मुश्किल होता है। पारिवारिक प्रेम, जवाबदारी रखते हैं स्पष्टता, सत्यता के कार्यों को महत्व देते हैं। स्वयं का विश्वास बनने तक गंभीरता, हठधर्मिता नहीं बना पाते। योजना, उद्देश्य, लाभ को महत्व देते हैं। अनिश्चितता में संयमित रहना कठिन हो पाता है। योग्यता, अनुभव से अधिकार रखते हैं। कार्यकुशलता, समर्पण की स्थिति में स्वयं का प्रभाव रखते हैं। तथा परिणामों की नहीं सोचते।
आतंकित, भयभीत एकदम से नहीं होते मन-मन दूसरों के प्रति लगन, सद्धाव रखते हैं। अपने कर्तव्यों से उसे दर्शाते हैं। विपरीत स्थिति विवाद में भी स्थिति अनुरूप एक- दूसरे को बाँधकर समझदारी दर्शापाते हैं। एकदम से अथवा जरूरी न हो तो गुप्त कार्य, बात मन में ही रखते हैं। नजदीकी लोग किन्हीं मामलों में आपसे भय, दूरी रखते हैं जवाबदारी, सामाजिक, पारिवारिक प्रतिष्ठा के प्रति गंभीर रहते हैं। परंपराओं में विश्वास नहीं रहता। मगर जीवन में चमत्कार, अनहोनी के कारण फिर अति विश्वास, धारणाओं को मानते हैं। स्वयं का भी एक दर्शन उद्देश्य जीवन में रहता है।
कुल मिलाकर वर्ष में अनिश्चितता अधिक ही रहेगी तर्क-वितर्कता, चंचलता बढ़ेगी। निश्चित स्थिति का आकलन मुश्किल ही रहेगा। वैचारिक तनाव, मतभेद रह पाएंगे। व्यर्थ की मानसिकता से विचलित होंगे। किसी भी कारण बेचैनी, असंतोष, चिड़चिड़ाहट, क्रोध रहेगा। छोटी-बड़ी बात का असर होगा। भावुकता, अपेक्षा प्रेम संबंधों में सफलता की कमी रहेगी। जिनको मदद, सहयोग अथवा परिश्रम किए होंगे उन्हीं से कष्ट होगा।
कुछ कटु अनुभव आएंगे। निजी तौर पर संघर्ष रहेगा। विद्यार्थियों को अपनी पूरी लगन, निष्ठा, परिश्रम से सफलता मिलेगी। तात्कालिक अथवा समय पर किए प्रयास अथवा निश्चितता में यश संभव नहीं रहेगा प्रतिस्पर्धा, कॅरियर विशेष प्रकार की स्कोरिंग कष्टप्रद रहेगी। एकाग्रता, ध्यान व सिर्फ एक ध्येय, उद्देश्य रखना होगा उम्र, समय स्थिति अनुरूप जो वास्तव में अच्छा होशियार बने, वही विचार कार्य करें। महिलाओं के लिए वैसे अनुकूल। स्वभाव विचारों में आवेश, क्रोध से बचें संयमित शांत रहें । अनुभवों से परिवर्तन कर पाएंगे। जातिगत, सामाजिक कार्य, उद्देश्य प्रतिष्ठा रहेगी।
कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी बात कार्य को प्रभावी ढंग से कर पाएंगे। मेहनत, परिश्रम, जवाबदारी, कुशलता में कमी नहीं रखें। पारिवारिक मामलों में नियंत्रण रखे। शिवजी, देवी को आराधना, व्रत रखें। श्री बजरंगबली की सेवा उपासना कारक रहेगी। विपरीत संघर्ष की स्थिति में व्यसनाधीनता रख आराधना, नियम, विपरीत असर ही बढ़ाते हैं। जरूरतमंद लोगों को सहायता, सेवा अपने अनुसार करना हितकर रहेगा।
जनवरी माह- इस माह में कोई कार्य बात अनायास सामने आएगी। जिससे प्रसन्नता रहेगी। वैचारिक आत्मविश्वास का उपयोग होगा भाग्यवर्द्धक योग से संतोष रहेगा महत्व के निर्णय, पुराने रुके कार्य होंगे। उन्नति, प्रगति के अवसर दिखेंगे। अपनी कार्यप्रणाली को नहीं बदलें। पारिवारिक विरोध, मतभेद से राहत होगी। व्यक्तिगत कार्यकुशलता का सोच प्रभावी रखे।
माह की 1, 2, 3, 6, 8, 9, 10, 11, 20, 21 24,26,27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
फरवरी - माह में पिछले चल रहे विवाद सुधरेंगे। निश्चितता रहेगी। लगन, प्रेरणा रहेगी। आपसी संबंध मतभेद सुधरेंगे। निजी अनुभव, योग्यता से आगे बढ़े। स्वयं का विचार- बुद्धि, तर्क-वितर्कता से आगे रख पाएंगे। आर्थिक योग उत्तम बचत, निवेश का ध्यान रखें स्यवस्थितता से कार्यप्रणाली जारी रखना होगी। पारिवारिक परेशानी कम रहेगी। विवाहादि, मांगलिक कार्यों से संतोष रहेगा।
माह की 1,2, 3, 6, 8, 9, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 20 व 26 तारीख शुभ है।
मार्च माह- इस माह में प्रगति की निरंतरता बनी रहेगी। अपने कार्यों के प्रति लगन, उत्साह रहेगा। मान-सम्मान, गौरव मिलेगा। नए कार्यक्षेत्र में किए प्रयास सफल होंगे। व्यावहारिक स्थितियाँ अनुकूल रहेंगी। अपनी योग्यता, श्रेष्ठता से स्वयं का प्रभाव बढ़ेगा। संतान पक्ष की प्रगति के समाचार आएंगे। नौकरी में स्थायित्व मिलेगा। उचित परिवर्तन लाभप्रद पद कार्य मिलेगा।
माह की 6, 8, 9, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 20, 21, 27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
अप्रैल- माह में वैचारिक तनाव रहेगा। स्वास्थ्य संबंधी पुरानी चिंता परेशानी बनी रहेगी। ज्यादा स्वास्थ्य सावधानी से रहना होगा। मानसिक उत्साह, आत्मविश्वास की कमी रहेगी। स्वयं के कार्यों पर नजर रखना होगी वाहनादि, मशीनरी के कामों में सावधानी रखें गिरने-पड़ने, जल्दबाजी में अपधान संभव है। व्यापार-व्यवसाय में नई समस्या बनेंगी। अनसोचा - नुकसान होगा।
माह की 1, 2, 3, 6, 11, 12, 15, 17, 18, 20, 21, 27 व 29 तारीख शुभ है।
मई माह - माह में उचित मार्गदर्शन का अभाव रहेगा जिस कारण व्यावहारिक सफलता नहीं मिलेगी। कामकाज पक्षधर नहीं रहेंगे। निर्णय, उचित लाभदायक स्थितियों में कम रहेगा। विश्वास, भरोसे में न रहें। अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता रखें। गुप्त कार्ययोजना, व्यवहार समय पर कष्ट देगा। आर्थिक विवादों से ज्यादा परेशानी रहेगी तगादे बढेंगे। आपसी मनमुटाव रहेगा।
माह की 1, 2, 3, 20, 21, 24, 26, 27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
जून माह - तात्कालिक सुधार दिखेगा। फिर भी प्रभावी कार्य नहीं होंगे व्यवहार, बातचीत में उलझनें बढ़ेगी। गलतफहमियां बनी रहेंगी। आर्थिक योजनाएं पेडिंग रहेंगी। आमदनी खर्च तालमेल रखना होगा। आर्थिक योग मध्यम पारिवारिक कामकाज अनायास परिवर्तन करना होगा। निजी तौर पर परिश्रम करना होंगे नौकरी में व्यर्थ के विवादों में उलझना स् पड़ेगा।
माह की 6, 8, 9, 12, 15, 17, 24, 26, 27 व 20 तारीख शुभ है।
जुलाई माह - राज्यपक्ष के कामों में आशातीत सफलता मिलेगी। अवसरों पर ध्यान दे। नई स्थिति वातावरण, बातचीत का इंतजार रहेगा। प्रयास परिश्रम में कमी नहीं रखें। औद्योगिक, व्यावसायिक कामकाज का विस्तार होगा संबंधों, मित्रता में सुधार होगा। नया वातावरण सहयोग से आश्वस्त होंगे। आर्थिक दृष्टि से अनुकूल । समय पर कार्य होंगे आमदनी, रुका पैसा मिलेगा।
माह की 10, 11, 12, 15, 17, 18, 20, 21, 24, 26, 27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
अगस्त माह - आर्थिक दृष्टि से माह काफी उत्तम रहेगा। सोचे कार्यों में प्रगति हो पाएगी। शांति, संयम से आगे बढ़ें। नई कार्य योजना काफी अनुकूल रहेगी। विशेष महत्व के निर्णय संभव रहेंगे। अपनी बात, कार्यकुशलता का प्रभाव रह पाएगा। जातिगत, सामाजिक प्रतिष्ठा रह पाएगी। नियमित स्वयं को कामकाज में आगे रखे। मानसिक चिंतन रखे। समय का उचित उपयोग करे।
माह की 1, 2, 3, 6, 8, 9 10, 11, 12, 15, 17, 18 व 27 तारीख शुभ है।
सितंबर माह- जिस भी स्थिति में रहेंगे उससे आगे का सोच रखें वास्तव में क्या करना हैं व क्या कर रहे हैं इसका अंतर समझें सफलता निश्चित मिलेगी। छोटी-बड़ी समस्या के बावजूद कामकाज ठीक से होंगे। परिश्रम, भागदौड़ में रहना होगा। अनुभवों, प्रामाणिकता के कारण पूछपरख बढ़ेगी व्यावसायिक मामलों में जल्दबाजी से बचें छोटी-बड़ी गलती भी नुकसानप्रद रहेगी।
माह की 1.2, 3,6, 15, 17, 18, 20, 21, 24, 26, 27 व 29 तारीख शुभ है।
अक्टूबर - माह सभी दृष्टि से उत्तम। कामकाज की मानसिक तैयारी विश्वास से संतोष रहेगा। प्रसन्नता अनुभव करेंगे। नौकरी, रोजगार में भी काफी अवसर मिलेंगे परिवर्तन अथवा अच्छा मौका मिलेगा। आर्थिक योग भी ठीक। कर्ज, लेनदेन से राहत रहेगी आमदनी, रुका पैसा अन्य कारणों से राहत मिलेगी। लेनदेन, कर्ज को प्राथमिकता दें। व्यावसायिक साहस सीमित रखें।
माह की 1, 2, 3, 18, 20, 21, 24, 26. 27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
नवंबर माह - जो भी कार्य हो उसे समय पर करें। आलस्यता टालमटोल में अवसर जाएंगे। जिद्दी स्वभाव छोड़ना होगा। व्यक्ति विशेष से लाभ होगा। नया परिचय, मित्रता उपयोगी रहेगी। व्यावहारिक संबंधों पर स्थितियां सुलझा पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय मध्यम नया कुछ कर पाएंगे। पारिवारिक संतोष रहेगा। राज्य पक्ष सुधार होगा। वास्तविकता, सत्यता को ही महत्व देना होगा। यश उसी पर नजर करेगा।
माह की 2, 6, 8, 9, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 20, 21, 24, 26, 27, 29 व 30 तारीख शुभ है।
दिसंबर माह- माह में ग्रहयोग साधारण, आंतरिक मतभेद बढ़ेंगे। कामकाज की अधिकता रहेगी। समय पर कार्य नहीं होंगे। मानसिक असंतोष रहेगा। कटुता अनुभव करेंगे दूसरों के कारण प्रतिष्ठा कम होगी। पारिवारिक कार्यों में विलंब होगा जोखिम, जवाबदारी सीमित रखें। व्यापारिक प्रतिस्पर्धा, लोभ, लालच से बचें। आर्थिक योग मध्यम सिर्फ आवश्यक खर्च की पूर्ति होगी। नौकरी में दबाव, तनाव रहेगा।
माह की 1, 2, 3 6, 8, 9, 10, 11, 12, 15, 17, 18, 20, 21 व 24 तारीख शुभ है।