वसुधैव कुटुंबकम पीएम मोदी के साथ तस्वीर शेयर कर मैक्रों का किस पर निशाना, समझें इशारा
Updated on
11-09-2023 01:56 PM
पेरिस/नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जी20 शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने पीएम मोदी से गले मिलते हुए एक तस्वीर ट्वीट की। इस तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने लिखा ''वसुधैव कुटुम्बकम्।'' इसके आगे उन्होंने अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा में इसका अर्थ भी लिखा है। मैक्रों की इस तस्वीर को सोशल मीडिया में काफी पसंद किया जा रहा है। लोग इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा भी कर रहे हैं। वैश्विक कूटनीति पर निगाह रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों और पीएम मोदी की इस तस्वीर के कई रणनीतिक मायने हैं।
मैक्रों का किस पर निशाना
जियोपॉलिटिकल एक्सपर्ट वेलिना चाकारोवा ने लिखा कि 14 जुलाई को पेरिस में पीएम मोदी के भव्य स्वागत के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने मजबूत संकेत दिया है। माना जा रहा है कि ''वसुधैव कुटुंबकम्'' का स्लोगन खास तौर पर चीन और रूस के लिए लिखा गया है। पश्चिम की नजर में चीन और रूस वैश्विक व्यवस्था को नजरअंजाद करने वाले देश हैं, जिससे दुनिया में संकट पैदा हो रहा है। फ्रांस शुरू से ही यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस का विरोध करता है। वहीं, चीन को लेकर भी फ्रांस के अंदाज तल्ख हैं। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने तो आगामी ओलंपिक से रूसी झंडे को हटाने का आदेश भी दिया है।
मैक्रों ने पीएम मोदी से की मुलाकात
जी20 शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्म के डिजाइन, विकास और निर्माण में साझेदारी के जरिये भारत-फ्रांस रक्षा संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। एक संयुक्त बयान में कहा गया है है कि दोनों नेताओं ने क्षा संबंधी औद्योगिक रूपरेखा को शीघ्र अंतिम रूप देने का भी आह्वान किया। भारत और फ्रांस ने जी20 में अफ्रीकी संघ (एयू) की सदस्यता का स्वागत किया और अफ्रीका की प्रगति, समृद्धि और विकास के लिए एयू के साथ काम करने का संकल्प लिया।
भारत और फ्रांस में किन मुद्दों पर बनी सहमति
मोदी और मैक्रों ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत-फ्रांस सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। साझा बयान में कहा गया है कि उन्होंने 'वसुधैव कुटुम्बकम्' यानी 'एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य' का संदेश लेकर वैश्विक भलाई के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। संयुक्त बयान में कहा गया है कि डिजिटल, विज्ञान, तकनीकी नवाचार, शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य और पर्यावरण सहयोग जैसे क्षेत्रों पर जोर देते हुए दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए इंडो-फ्रेंच कैंपस के मॉडल पर इन क्षेत्रों में संस्थागत संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया।
हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनाई गई हैं। इस पद पर पहुंचने वाली वह श्रीलंका की तीसरी महिला नेता हैं। वे 2 महीने पहले श्रीलंका में बनी अंतरिम सरकार…
ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में सोमवार को G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स से द्विपक्षीय मुलाकातें की। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल…
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…