नॉर्थ कोरिया ने सोमवार सुबह ईस्ट सी (सी ऑफ जापान) में तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। साउथ कोरिया के डिफेंस मिनिस्ट्री ने इसकी जानकारी दी।
डिफेंस मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- नॉर्थ कोरिया ने सी ऑफ जापान की तरफ मिसाइल फायर की। जापान के कोस्ट गार्ड ने भी इसकी पुष्टि की है। वहीं, जापानी डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि मिसाइल 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई और इनकी रेंज 350 किलोमीटर थी।
नॉर्थ कोरिया की तरफ से यह मिसाइलें ऐसे समय दागी गई हैं जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन साउथ कोरिया के दौरे पर हैं। ब्लिंकन रविवार देर रात साउथ कोरिया की राजधानी सियोल पहुंचे। सोमवार सुबह 7.44 बजे से 8.22 बजे के बीच नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया की तरफ मिसाइलें दाग दीं।
जापान के प्रधानमंत्री बोले- ये भड़काऊ हरकत
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने नॉर्थ कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइलों को भड़काऊ हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अमेरिका, साउथ कोरिया को खतरा मानता है नॉर्थ कोरिया
14 मार्च को नॉर्थ कोरिया के राष्ट्रपति और तानाशाह किम जोंग उन ने टैंक चलाया था। वो इन टैंक की मारक क्षमताओं से काफी प्रभावित नजर आए थे। इस टेस्टिंग से एक दिन पहले अमेरिका और साउथ कोरिया ने जॉइंट मिलिट्री ड्रिल की थी।
नॉर्थ कोरिया अक्सर अमेरिका और साउथ कोरिया की मिलिट्री ड्रिल के जवाब में मिसाइल-टैंक या नए हथियारों की टेस्टिंग करता है। अगस्त 2023 में तानाशाह ने कहा था- अमेरिका और साउथ कोरिया के युद्धाभ्यास हमारे देश पर हमले करने की तैयारी में करते हैं।
अमेरिका-साउथ कोरिया की नजदीकियां बढ़ रहीं
नॉर्थ कोरिया के परमाणु देश बनने के बाद से उसके साथ जंग लड़ चुके साउथ कोरिया को अपनी सुरक्षा को लेकर खतरा है। इसे देखते हुए अमेरिका और साउथ कोरिया डिफेंस को-ऑपरेशन बढ़ा रहे हैं। इसके लिए मिलिट्री एक्सरसाइज की जा रही हैं। वहीं, साउथ कोरिया में 27 हजार अमेरिका सैनिक तैनात हैं।
एंटनी ब्लिंकन के सियोल आने की वजह...
2022 में राष्ट्रपति जो बाइडेन की पहल से अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच समिट फॉर डेमोक्रेसी शुरू हुई। यह बैठक हर साल होती है। इस बार साउथ कोरिया में हो रही है। समिट फॉर डेमोक्रेसी की तीसरी बैठक में शामिल होने के लिए ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सियोल पहुंचे हैं।
प्रतिबंध के बावजूद मिसाइल टेस्टिंग कर रहा नॉर्थ कोरिया
संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक हथियारों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है। इसके बावजूद लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहा है।